
Grahan yog 2025 : कुंडली में ग्रहों के संयोग, विभिन्न भाव में उनकी मौजूदगी और अन्य ग्रहों के साथ उनकी युति के प्रभाव देखने को मिलते हैं. ग्रह एक दूसरे के साथ संयोग कर विभिन्न योग बनाते हैं. इनमें से कुछ योग शुभ तो कुछ अशुभ प्रभावकारी होते हैं. अब 16 जून 2025 को राहु और चंद्रमा की युति हो रही है. दोनों ग्रह मिलकर ग्रहण योग का निर्माण कर रहे हैं. ग्रहण योग को ज्यादा अच्छा नहीं माना जाता, लेकिन हर मामले में यह योग अशुभ परिणामदायक नहीं होता है. राहु और चंद्रमा के ग्रहण योग का प्रभाव जातक की मानसिक स्थिति पर देखने को मिल सकता है. इस योग के प्रभाव से दांपत्य जीवन में भी विपरीत स्थिति देखने को मिल सकती है. यह योग 18 जून की शाम तक प्रभावी रहेगा.
कैसे बनता है ग्रहण योग
ग्रहण योग को अशुभ ग्रहों में से एक माना जाता है. चंद्रमा और राहु जब युति करते हैं, तो ग्रहण योग बनता है. चंद्रमा 16 जून को कुंभ राशि में प्रवेश कर रहे हैं. वहां पहले से ही राहु मौजूद हैं. ऐसे में चंद्रमा और राहु एक साथ मिलकर ग्रहण योग का निर्माण कर रहे हैं.
कुछ राशियों के लिए सकारात्मक तो कुछ के लिए रहेगा नकारात्मक
चंद्रमा और राहु का ग्रहण योग कुछ राशियों के लिए शुभ तो कुछ के लिए अशुभ फलदायी साबित होंगे. यह योग मीन, कुंभ, धनु और कर्क राशि वाले लोगों के लिए कुछ नकारात्मक रहेगा. यह ग्रहण योग मेष राशि वाले लोगों के लिए अच्छा रहेगा. इस दौरान उन्हें अच्छी नौकरी के साथ प्रमोशन भी मिल सकता है. कार्यों में भी सफलता मिल सकती है. इसी तरह वृषभ राशि, मिथुन राशि, कन्या राशि के साथ ही अन्य राशि वाले लोगों के लिए अच्छा रहेगा.
ग्रहण योग के सकारात्मक प्रभाव
ग्रहण योग के कई सकारात्मक प्रभाव भी देखने को मिलते हैं. जिन राशियों के लिए यह योग शुभ होता है, उन्हें कई तरह के सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलते हैं. इस अवधि में जातकों की आय में वृद्धि होगी. हालांकि, आर्थिक मामलों में निर्णय लेते वक्त आपको सावधानी बरतनी होगी और निवेश से पहले किसी जानकार से सलाह लेने की भी जरूरत हो सकती है.
ग्रहण योग के नकारात्मक प्रभाव
ग्रहण योग के नकारात्मक प्रभाव की बात करें, तो जातक को कई तरह की परेशानी देखने को मिल सकती है. इस योग के प्रभाव जातक के मेंटल हेल्थ पर भी देखने को मिल सकता है. ऐसे में उसकी निर्णय क्षमता प्रभावित हो सकती है.