Chandra Grahan 2023: इस साल का पहला चंद्र ग्रहण 5 मई की रात लगने वाला है. यह उपच्छाया चंद्र ग्रहण होगा जोकि बेहद दुर्लभ होता है और दशकों में एक या दो बार ही लगता है. इस चंद्र ग्रहण के दिन कई शुभ योग भी बन रहे हैं जो राशियों को कई तरह से प्रभावित कर सकते हैं. तुला राशि में यह चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse) स्वाति नक्षत्र में आरंभ होकर विशाखा नक्षत्र में अंत होगा. वहीं, मेष राशि में 12 साल बाद सूर्य, बुध, राहू और गुरू का चतुर्ग्रही योग बन रहा है. जानिए पंडित अखिलेश गोस्वामी के अनुसार चंद्र ग्रहण का समय और राशियों पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में.
चंद्रग्रहण का समय | Chandra Grahan Time
पंडित अखिलेश गोस्वामी जी के अनुसार, साल का पहला चंद्रग्रहण भारत से देखा जा सकेगा. यह चंद्र ग्रहण 5 मई रात 8 बजकर 44 मिनट से शुरू होकर देररात 1 बजकर 2 मिनट कर रहेगा. भारत से इस चंद्र ग्रहण को शुरू से लेकर अंत तक देखा जा सकता है. चंद्र ग्रहण का परमग्रास रात 10 बजकर 53 मिनट पर होगा.
चंद्र ग्रहण का सूतक काल
इस चंद्र ग्रहण को भारत (India) से देखा जा सकता है जिस चलते इसका सूतक काल मान्य होगा. सूतक काल (Sutak Kaal) चंद्र ग्रहण लगने से 9 घंटे पहले लग जाता है. सूतक काल वह समय होता है जिसे अशुभ मानते हैं और इस समय कुछ खास बातों का ध्यान रखने की सलाह दी जाती है.
चंद्र ग्रहण का राशियों पर प्रभाव
ज्योतिष के अनुसार राशियों पर इस चंद्र ग्रहण का प्रभाव अलग-अलग तरह से पड़ेगा. जिन राशियों पर चंद्र ग्रहण का शुभ प्रभाव बताया जा रहा है उनमें धनु राशि, मकर राशि, सिंह राशि और मिथुन राशि शामिल हैं. इन राशियों (Zodiac Signs) को आर्थिक, पारिवारिक, शैक्षिक क्षेत्र और नौकरी में फायदा हो सकता है.
जिन राशियों पर चंद्र ग्रहण का अशुभ प्रभाव पड़ सकता है उनमें मेष राशि, कर्क राशि और वृषभ राशि शामिल हैं. इन राशि के जातकों को थोड़ा संभलकर रहने की जरूरत होगी, खासकर अपने विचारों को शांत रखना होगा और धैर्य से काम लेना होगा.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)