मध्य प्रदेश में बगावत पर उतरे पूर्व मंत्री रामकृष्ण कुसमारिया सहित कई नेताओं को बीजेपी ने पार्टी से निकाला.
भोपाल:
मध्यप्रदेश बीजेपी( MP BJP) ने नामांकन वापस लेने के आखिरी दिन बाद पूर्व केन्द्रीय मंत्री सरताज सिंह और राज्य के पूर्व कृषि मंत्री रामकृष्ण कुसमारिया सहित 53 नेताओं को पार्टी से निष्कासित कर दिया. बमौरी से पूर्व मंत्री केएल अग्रवाल को भी पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है. बीजेपी उपाध्यक्ष प्रभात झा कुसमारिया को मनाने दमोह गए लेकिन इलाके में बब्बाजी के नाम से मशहूर कुसमारिया ने उनसे मिलने तक से इंकार कर दिया. हालांकि पूर्व वित्त मंत्री राघव जी ने पार्टी नेताओं के साथ चर्चा के बाद शमशाबाद से अपना नाम वापस ले लिया.
इस फैसले के बाद मप्र बीजेपी उपाध्यक्ष विजेश लूनावत ने कहा पार्टी ने उन्हें सबकुछ दिया हमने उन्हें मनाने का पूरा प्रयास किया लेकिन वो नहीं माने. पार्टी ने बता दिया कि वह नरम है लेकिन ज़रूरत पड़ने पर कार्रवाई भी कर सकती है. उनके लड़ने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा पार्टी फिर से सरकार बनाने जा रही है. उधर, कांग्रेस ने अपने 35 नाराज़ नेताओं को मनाने में सफलता हासिल कर ली. हालांकि झाबुआ से पूर्व विधायक जेवियर मेडा ने सांसद कांतिलाल भूरिया के बेटे विक्रांत के खिलाफ चुनाव नहीं लड़ने का फैसला वापस नहीं लिया. विधायक दिनेश अहिरवार, पूर्व मंत्री प्रताप सिंह उइके और नितिन चतुर्वेदी ने भी चुनाव लड़ने का फैसला बरकरार रखा.नाम लेने का आखिरी दिन बीतने के बाद मध्यप्रदेश में 230 सीटों के रण के लिये 2,932 उम्मीदवार मैदान में बचे. 4,157 उम्मीदवारों ने पर्चा भरा था जिसमें 578 उम्मीदवारों ने नाम वापस लिये और 538 उम्मीदवारों ने अपना नामांकन वापस ले लिया.
वीडियो- मध्य प्रदेश में बीजपी ने बागी नेताओं को पार्टी से निकाला
इस फैसले के बाद मप्र बीजेपी उपाध्यक्ष विजेश लूनावत ने कहा पार्टी ने उन्हें सबकुछ दिया हमने उन्हें मनाने का पूरा प्रयास किया लेकिन वो नहीं माने. पार्टी ने बता दिया कि वह नरम है लेकिन ज़रूरत पड़ने पर कार्रवाई भी कर सकती है. उनके लड़ने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा पार्टी फिर से सरकार बनाने जा रही है. उधर, कांग्रेस ने अपने 35 नाराज़ नेताओं को मनाने में सफलता हासिल कर ली. हालांकि झाबुआ से पूर्व विधायक जेवियर मेडा ने सांसद कांतिलाल भूरिया के बेटे विक्रांत के खिलाफ चुनाव नहीं लड़ने का फैसला वापस नहीं लिया. विधायक दिनेश अहिरवार, पूर्व मंत्री प्रताप सिंह उइके और नितिन चतुर्वेदी ने भी चुनाव लड़ने का फैसला बरकरार रखा.नाम लेने का आखिरी दिन बीतने के बाद मध्यप्रदेश में 230 सीटों के रण के लिये 2,932 उम्मीदवार मैदान में बचे. 4,157 उम्मीदवारों ने पर्चा भरा था जिसमें 578 उम्मीदवारों ने नाम वापस लिये और 538 उम्मीदवारों ने अपना नामांकन वापस ले लिया.
वीडियो- मध्य प्रदेश में बीजपी ने बागी नेताओं को पार्टी से निकाला
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