Election Commission Of India: चुनाव आयोग के मुताबकि छत्तीसगढ़ में सर्वाधिक 2 प्रतिशत वोट NOTA के खाते में गए.
नई दिल्ली:
पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के लिये मंगलवार को हुई मतगणना (Assembly Election Results 2018) में सभी उम्मीदवारों को खारिज करने (NOTA) के विकल्प को भी मतदाताओं ने तरजीह दी. चुनाव आयोग द्वारा जारी चुनाव परिणाम के मुताबिक छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh Election Results) में सर्वाधिक 2 प्रतिशत वोट नोटा के खाते में गए. यहां कुल 2 लाख 82 हजार 744 लोगों ने नोटा का बटन दबाया. वहीं, मिजोरम (Mizoram Election Results) में नोटा का प्रतिशत सबसे कम (0.5 प्रतिशत) दर्ज किया गया. मिजोरम में कुल 2917 मतदाताओं ने नोटा बटन दबाया.
यह भी पढ़ें: Election Results 2018: पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में इन पार्टियों को मिला नोटा से भी कम वोट
वहीं, मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh Election Results) में 1.4 प्रतिशत मतदाताओं ने नोटा को अपनाया. मध्यप्रदेश में कुल 5 लाख 42 हजार 295 मतदाताओं ने नोटा बटन दबाया. वहीं, राजस्थान (Rajasthan Election Results) में 1.3 फीसदी मतदाताओं ने सभी उम्मीदवारों को नकारते हुये नोटा को अपनाया. राजस्थान के 4 लाख 67 हजार 781 मतदाताओं ने किसी भी उम्मीदवार को तरजीह नहीं दी और उन्होंने नोटा अपनाया. कमोबेश यही स्थिति तेलंगाना (Telangana Election Results) में भी देखने को मिली. राज्य में नोटा के खाते में 1.1 प्रतिशत मत पड़े. यहां कुल 4 लाख 67 हजार 781 मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाया.
यह भी पढ़ें: मध्य प्रदेश में कांग्रेस का सियासी वनवास खत्म, मगर किसका होगा राजतिलक, अब भी बड़ा सवाल
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली बीजेपी को विधानसभा चुनावों में मसलन, राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बड़ा झटका लगा है. 2019 लोकसभा चुनाव से पहले तीन राज्यों की सत्ता से बेदखल हो जाना भारतीय जनता पार्टी के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं है. कांग्रेस ने राजस्थान और छत्तीसगढ़ को जीत लिया है, वहीं मध्य प्रदेश में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी तो है, मगर बहुमत के आंकड़े से 2 सीट दूर रह गई है. राजस्थान में कांग्रेस को 99 सीटें मिली हैं मगर अजीत सिंह की पार्टी आरएलडी ने अपनी एक सीट से समर्थन देना का वादा किया है, जिससे यह तह है कि कांग्रेस बहुमत के लिए 100 का आंकड़ा छू लेगी और आसानी से सरकार बना लेगी.
यह भी पढ़ें: मध्य प्रदेश में कांग्रेस का वनवास खत्म, राज्यपाल से मिल सरकार बनाने का दावा पेश किया
वहीं छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने बीजेपी को क्लीन स्वीप कर दिया है. मध्य प्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला, मगर बीजेपी एंटी इनकंबेंसी के लहर को खत्म नहीं कर पाई और कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर आई. मध्य प्रदेश में कांग्रेस को 114 सीटें और बीजेपी को 109 सीटें मिली हैं. आज राजस्थान में कांग्रेस विधायक दलों की बैठक है और कांग्रेस सरकार बनाने का दावा कर सकती है और अपने मुख्यमंत्री का चेहरा भी चुन सकती है.
VIDEO: चुनाव परिणाम से जनता ने पार्टियों को सिखाया सबक?
यह भी पढ़ें: Election Results 2018: पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में इन पार्टियों को मिला नोटा से भी कम वोट
वहीं, मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh Election Results) में 1.4 प्रतिशत मतदाताओं ने नोटा को अपनाया. मध्यप्रदेश में कुल 5 लाख 42 हजार 295 मतदाताओं ने नोटा बटन दबाया. वहीं, राजस्थान (Rajasthan Election Results) में 1.3 फीसदी मतदाताओं ने सभी उम्मीदवारों को नकारते हुये नोटा को अपनाया. राजस्थान के 4 लाख 67 हजार 781 मतदाताओं ने किसी भी उम्मीदवार को तरजीह नहीं दी और उन्होंने नोटा अपनाया. कमोबेश यही स्थिति तेलंगाना (Telangana Election Results) में भी देखने को मिली. राज्य में नोटा के खाते में 1.1 प्रतिशत मत पड़े. यहां कुल 4 लाख 67 हजार 781 मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाया.
यह भी पढ़ें: मध्य प्रदेश में कांग्रेस का सियासी वनवास खत्म, मगर किसका होगा राजतिलक, अब भी बड़ा सवाल
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली बीजेपी को विधानसभा चुनावों में मसलन, राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बड़ा झटका लगा है. 2019 लोकसभा चुनाव से पहले तीन राज्यों की सत्ता से बेदखल हो जाना भारतीय जनता पार्टी के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं है. कांग्रेस ने राजस्थान और छत्तीसगढ़ को जीत लिया है, वहीं मध्य प्रदेश में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी तो है, मगर बहुमत के आंकड़े से 2 सीट दूर रह गई है. राजस्थान में कांग्रेस को 99 सीटें मिली हैं मगर अजीत सिंह की पार्टी आरएलडी ने अपनी एक सीट से समर्थन देना का वादा किया है, जिससे यह तह है कि कांग्रेस बहुमत के लिए 100 का आंकड़ा छू लेगी और आसानी से सरकार बना लेगी.
यह भी पढ़ें: मध्य प्रदेश में कांग्रेस का वनवास खत्म, राज्यपाल से मिल सरकार बनाने का दावा पेश किया
वहीं छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने बीजेपी को क्लीन स्वीप कर दिया है. मध्य प्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला, मगर बीजेपी एंटी इनकंबेंसी के लहर को खत्म नहीं कर पाई और कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर आई. मध्य प्रदेश में कांग्रेस को 114 सीटें और बीजेपी को 109 सीटें मिली हैं. आज राजस्थान में कांग्रेस विधायक दलों की बैठक है और कांग्रेस सरकार बनाने का दावा कर सकती है और अपने मुख्यमंत्री का चेहरा भी चुन सकती है.
VIDEO: चुनाव परिणाम से जनता ने पार्टियों को सिखाया सबक?
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं