उत्तराखंड में बीजेपी की जीत का जश्न मनाती महिलाएं....
नई दिल्ली:
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में बीजेपी के मुख्यमंत्रियों को चुनने के लिए रविवार की शाम बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक होगी. इससे पहले शनिवार को पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बीच नए मुख्यमंत्रियों के नामों को लेकर चर्चा हुई. बीजेपी सूत्रों के अनुसार उत्तराखंड में तीन नामों पर विचार किया जा रहा है. ये हैं सतपाल महाराज, त्रिवेंद्र सिंह रावत और प्रकाश पंत.
सतपाल महाराज कांग्रेस से बीजेपी में आए हैं. वो एक आध्यात्मिक गुरु भी हैं. वो काफी लोकप्रिय भी हैं. उनकी स्वच्छ छवि और प्रशासनिक अनुभव है. उन्होंने पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ा. ये बात भी उनके समर्थक संकेत के तौर पर ले रहे हैं. जाति से राजपूत हैं. हालांकि बीजेपी की विचारधारा से जुड़े न होना उनके खिलाफ जा सकता है.
त्रिवेंद्र सिंह रावत बीजेपी के वरिष्ठ नेता हैं. पार्टी के राष्ट्रीय सचिव हैं. वो झारखंड के प्रभारी भी हैं. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रभारी भी रह चुके हैं. साफ छवि है और कार्यकर्ताओं में लोकप्रिय हैं. राज्य में मंत्री भी रह चुके हैं. राजपूत जाति के हैं.
प्रकाश पंत राज्य विधानसभा के अध्यक्ष रह चुके हैं. साफ छवि और ईमानदारी के लिए जाने जाते हैं, जाति से ब्राह्मण हैं.
बता दें कि उत्तराखंड में जनता ने बीजेपी के सिर पर सेहरा बांधा है. राज्य की कुल 70 सीटों में हुए चुनाव में बीजेपी को तीन चौथाई से ज्यादा बहुमत मिला है. बीजेपी ने 56 सीटों पर जीत हासिल की है वहीं कांग्रेस को 11 सीटों से संतोष करना पड़ा है. दो सीटों से चुनाव लड़ने वाले मुख्यमंत्री हरीश रावत दोनों ही जगह से चुनाव हार गए हैं.
सतपाल महाराज कांग्रेस से बीजेपी में आए हैं. वो एक आध्यात्मिक गुरु भी हैं. वो काफी लोकप्रिय भी हैं. उनकी स्वच्छ छवि और प्रशासनिक अनुभव है. उन्होंने पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ा. ये बात भी उनके समर्थक संकेत के तौर पर ले रहे हैं. जाति से राजपूत हैं. हालांकि बीजेपी की विचारधारा से जुड़े न होना उनके खिलाफ जा सकता है.
त्रिवेंद्र सिंह रावत बीजेपी के वरिष्ठ नेता हैं. पार्टी के राष्ट्रीय सचिव हैं. वो झारखंड के प्रभारी भी हैं. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रभारी भी रह चुके हैं. साफ छवि है और कार्यकर्ताओं में लोकप्रिय हैं. राज्य में मंत्री भी रह चुके हैं. राजपूत जाति के हैं.
प्रकाश पंत राज्य विधानसभा के अध्यक्ष रह चुके हैं. साफ छवि और ईमानदारी के लिए जाने जाते हैं, जाति से ब्राह्मण हैं.
बता दें कि उत्तराखंड में जनता ने बीजेपी के सिर पर सेहरा बांधा है. राज्य की कुल 70 सीटों में हुए चुनाव में बीजेपी को तीन चौथाई से ज्यादा बहुमत मिला है. बीजेपी ने 56 सीटों पर जीत हासिल की है वहीं कांग्रेस को 11 सीटों से संतोष करना पड़ा है. दो सीटों से चुनाव लड़ने वाले मुख्यमंत्री हरीश रावत दोनों ही जगह से चुनाव हार गए हैं.
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