यह ख़बर 25 जनवरी, 2012 को प्रकाशित हुई थी

मारना ही है तो वोट की मार मारें : रामदेव

खास बातें

  • बाबा रामदेव ने कहा कि वह किसी भी पार्टी या नेता पर जूता या चप्पल चलाने के पक्षधर नहीं हैं। ‘यदि मारना ही है तो वोट की मार मारें। बेइमानों का बहिष्कार करें।’
देहरादून:

उत्तराखंड में जनसभा की अनुमति नहीं दिए जाने से बौखलाए योग गुरु बाबा रामदेव ने बुधवार को कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि जो पार्टी भ्रष्टाचार खत्म करने की बात उठाने वालों पर हमला करती है, उसका चुनाव में बहिष्कार किया जाना चाहिए।

बाबा रामदेव बुधवार को अभूतपूर्व सुरक्षा के बीच पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों तक देश के तीन-तीन प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति तथा पच्चीस मुख्यमंत्री उनकी भगवान की तरह से पूजा करते थे लेकिन आज ऐसा क्या हो गया जब उन्हें सभा करने की अनुमति तक नहीं दी गई और प्रशासन के अधिकारियों द्वारा यह रिपोर्ट लगा दी गई कि सभा करने पर कानून और व्यवस्था की समस्या आ सकती है।

उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुये कहा कि उन्होंने काले धन के मुद्दे का उठाकर ऐसा कौन सा गुनाह कर दिया है कि आज उनके मुंह पर कालिख लगायी जा रही है। उन्होंने कहा ‘मैं कहता हूं कि मेरे पूरे मुंह पर कालिख लगा दो लेकिन काला धन वापस ला दो।’ उन्होंने कहा कि वह किसी भी नेता या राजनैतिक पार्टी के विरोधी नहीं हैं।

बाबा रामदेव ने कहा कि वह किसी भी पार्टी या नेता पर जूता या चप्पल चलाने के पक्षधर नहीं हैं। ‘यदि मारना ही है तो वोट की मार मारें। बेइमानों का बहिष्कार करें।’

बाबा रामदेव ने कहा कि अन्ना हजारे की टीम द्वारा ऐसा कौन सा काम किया जा रहा है जिसके चलते उनके उपर जूता फेंका जा रहा है। डंडे मारे जा रहे हैं। यह कौन करा रहा है। उन्होंने कहा कि जो लोग इस देश को बचाने के लिये काले धन और भ्रष्टाचार को हटाने की बात कह रहे हैं उन्हें तो मिटाने, सताने तथा दफनाने की कोशिश की जा रही है और जो लोग काले धन के मुद्दे को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज वक्त का तकाजा है कि किसी पर न तो जूते ही चलाये जायें और न ही किसी को थप्पड़ मारा जाये बल्कि वोट के माध्यम से उनका बहिष्कार किया जाना चाहिए।

एक सवाल के जवाब में उन्होने कहा कि उनके निशाने पर कोई भी पार्टी नहीं है लेकिन कुछ पार्टियों में जो राक्षस और गुंडे हैं उनके निशाने पर मैं जरूर हूं। उनसे जब यह पूछा गया कि किस पार्टी में गुंडे और राक्षस हैं जो उनको निशाना बनाये हुये हैं तो उन्होने कहा कि भारतीय संस्कृति की स5यता में किसी का नाम लिये बगैर ही अपनी बात कहने की परम्परा है।

बाबा रामदेव ने कहा कि कुछ पार्टियों द्वारा लाखों करोड़ों रूपये के घोटालों पर पर्दा डालने की कोशिश की जा रही है और जब इस मुद्दे को उठाने की कोशिश की जाती है तो कहा जाता है कि चुनाव लड़ लें। ‘यह भी कोई बात हुई। इस देश में 121 करोड़ जनता है। क्या सभी लोगों को अपना हक मांगने के लिये चुनाव लड़ना पड़ेगा।’ उन्होंने कहा कि इस देश में जो भी काले धन की बात करता है, वह लोकतंत्र के लिये खतरा बन जाता है।

रामदेव ने कहा कि इस देश के चार सौ लाख करोड रूपये के कालेधन को राष्ट्रीय सम्पत्ति घोषित किया जाना चाहिये। उनसे जब पूछा गया कि कौन लोग ईमानदारी से भ्रष्टाचार मिटाने की बात कह रहे हैं, तो उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने खुलकर भ्रष्टाचार मिटाने की बात कही है और लोगों को उनका साथ देना चाहिये। कम से कम इन पार्टियों ने शुरूआत तो की है।

उन्होंने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि कमोबेश सभी पार्टियां देश में भ्रष्टाचार के लिये जिम्मेदार हैं लेकिन कोई 90 प्रतिशत जिम्मेदार है तो कोई 10 प्रतिशत। उन्होंने कहा कि उन्हें उत्तर प्रदेश तथा पंजाब में जनसभाओं की अनुमति मिल गयी लेकिन उत्तराखंड में ऐसा क्या है जो उनको अनुमति नहीं दी गयी।

रामदेव से जब यह पूछा गया कि उत्तराखंड में भाजपा में मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूरी को अगले मुख्यमंत्री के रूप में प्रोजेक्ट किया गया है जबकि कांग्रेस से अभी किसी का नाम सामने नहीं आया है, तो उन्होंने कहा कि जिसके पास चेहरा होगा वही तो उसे सामने रखेगा। जिसके पास चेहरा ही नहीं होगा, वह क्या रखेगा। ‘जो लोग अपने लिये दूसरे का चेहरे का प्रयोग करते हैं उनका हम कैसे मूल्यांकन कर सकते हैं।’ उन्होंने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि वह योग धर्म के साथ साथ राष्ट्र धर्म का भी निर्वाह कर रहे हैं।

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उन्होंने बताया कि उनके समर्थक कार्यक्रम, व्यवस्था परिवर्तन, भ्रष्टाचार उन्मूलन सहित सात मुद्दों को लेकर जनता के बीच जा रहे हैं। जो लोग उन मुद्दों का समर्थन कर रहे हैं, उन्हें वोट दिया जाना चाहिये, अन्य का बहिष्कार किया जाना चाहिये।