पीआर धान के उठान को लेकर अभी तक हैफेड को मिलों का आवंटन नहीं होने के चलते खरीद के बाद उठान नहीं हो रहा है. उठान न होने से किसानों को अभी तक बेचे गए पीआर धान के लिए भुगतान का इंतजार है. 5 अक्टूबर से पीआर धान की खरीद शुरू हो गई थी. अबतक हैफेड ने उचाना में 14 हजार 46 क्विंटल पीआर धान की खरीद की है.
खरीद के बाद अब तक एक बैग का उठान भी नहीं होने से किसानों का भुगतान का इंतजार लंबा होता जा रहा है. उठान के बाद भुगतान की प्रक्रिया शुरू होती है. किसानों ने बताया कि उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला द्वारा खरीद के 48 घंटे बाद किसान के खाते में भुगतान आने की घोषणा की थी.
सरकार की ओर से एक अक्टूबर से पीआर धान की सरकारी खरीद शुरू हो चुकी है, लेकिन मजदूरों की हड़ताल होने के चलते खरीद नहीं हो पाई थी. पहले दिन ही जिलेभर में 150 से अधिक किसान पीआर धान लेकर मंडी में पहुंचे. पहले दिन 95 हजार क्विंटल धान की खरीद एमएसपी पर हुई. सरकार की ओर से 2040 रुपये प्रति क्विंटल के अनुसार खरीद की जा रही है.
हालांकि जिले में 1509 व टीबी धान की रोपाई काफी अधिक होती है. वहीं एक सप्ताह पहले 1509 किस्म धान का भाव 3600 रुपये के लगभग था, लेकिन सोमवार को यह रेट गिर कर 3300 तक पहुंच गया. इसके चलते कई किसानों ने धान को बेचने से भी इनकार दिया.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं