आंध्र प्रदेश में अमरावती क्षेत्र के किसानों ने मंगलवार को कुरनूल जिले में भारत जोड़ो पदयात्रा के दौरान वायनाड के सांसद और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की तथा उनसे अपने आंदोलन के लिए समर्थन मांगा. राहुल गांधी से मुलाकात करने वाले किसानों की 33,000 एकड़ से अधिक भूमि प्रदेश की राजधानी अमरावती के निर्माण के लिए अधिग्रहित की गई है.
अमरावती क्षेत्र के किसानों की संयुक्त कार्यवाही समिति के सदस्य पिछले दो सालों से जगन मोहन रेड्डी का विरोध कर रहे हैं. ये लोग वाईएसआरसीपी सरकार की ओर से तीन राजधानी शहर बनाने और कार्यकारी राजधानी से विशाखापत्तनम में स्थानांतरित करने के प्रस्ताव का विरोध कर रहे हैं. किसानों ने राहुल गांधी से मुलाकात की और उनसे अपने आंदोलन को समर्थन देने का आग्रह किया. किसानों ने उन्हें एक ज्ञापन सौंपा और उनका समर्थन मांगा.
अमरावती क्षेत्र के किसानों ने मीडिया को बताया कि उन्होंने कांग्रेस नेता को प्रदेश सरकार के कार्यकारी राजधानी को विशाखापत्तनम में स्थानांतरित करने के प्रस्ताव के बारे में बताया. किसानों ने कहा, "राहुल गांधी ने आंध्र प्रदेश की एकमात्र राजधानी के रूप में अमरावती को अपना समर्थन दिया."
राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, "आंध्र के किसानों के साथ बातचीत की, उनकी चिंताओं को दूर किया. जहां कुछ किसान अमरावती के विकास के लिए आवंटित अपनी जमीन के लिए पर्याप्त मुआवजे का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, वहीं अन्य विस्थापन के शिकार हुए किसान पुनर्वास की मांग कर रहे हैं."
इस बीच राहुल गांधी ने आज सुबह इस जिले के श्रीराम मंदिर के पास हलहरवी गांव में अपनी भारत जोड़ो पदयात्रा फिर से शुरू की. लंच ब्रेक के बाद उन्होंने अपनी भारत जोड़ो यात्रा जारी रखी. यह यात्रा हुलेबेडे, मानेकुर्ती से होकर गुजरी और कुछ देर रुकने के बाद अदोनी शहर के सागी गांव पहुंची. यहां बड़ी संख्या में लोगों ने राहुल गांधी का जोरदार स्वागत किया.
इस यात्रा में प्रदेश पार्टी एस शैलजानाथ, पूर्व केंद्रीय मंत्री जे.डी. सीलम, वरिष्ठ नेता कोप्पुला राजू, तेलंगाना के सांसद उत्तम कुमार रेड्डी सहित भारी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल हुए.
बिलकिस बानो के गुनहगारों की रिहाई को लेकर आपत्तियों को किया गया था नजरअंदाज
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं