- सतारा जिले में सरकारी अस्पताल की महिला डॉक्टर के आत्महत्या मामले में पुलिस सब-इंस्पेक्टर गोपाल बदने गिरफ्तार
- मृत डॉक्टर ने पुलिसकर्मी पर 4 बार दुष्कर्म और मकान मालिक के बेटे पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया
- डॉक्टर ने आरोप लगाया कि एक सांसद और उसके दो निजी सहायकों ने फर्जी फिटनेस सर्टिफिकेट जारी करने का दबाव बनाया था
महाराष्ट्र डॉक्टर सुसाइड केस फरार चल रहे आरोपी पुलिस सब-इंस्पेक्टर गोपाल बदने को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस बीच मृत डॉक्टर के परिवार से महाराष्ट्र की मंत्री पंकजा मुंडे ने मुलाकात की. इस दौरान पंकजा मुंडे ने पीडि़त परिवार को भरोसा दिया कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. बता दें कि बीड जिला पंकजा मुंडे के राजनीतिक प्रभाव का केंद्र रहा है. इस क्षेत्र की बेटी होने के नाते, डॉक्टर के परिवार से मिलना क्षेत्रीय मतदाताओं के साथ भावनात्मक संबंध बनाए रखने के लिए ये मुलाकात काफी अहम थी. कांग्रेस नेता प्रणीति शिंदे भी मृत डॉक्टर के घर आज जा रही हैं.
मृत डॉक्टर के परिवार से पंकजा मुंडे की मुलाकात कई कारणों से अहम है. मृत डॉक्टर ने अपनी शिकायत में दो अहम बातों का ज़िक्र किया था कि उनके 'बीड' से होने के कारण और 'मुंडे' समुदाय से होने के कारण ताने दिए जाते हैं. पंकज मुंडे इन आरोपों को गंभीरता से लेते हुए, ज़ोर देते हुए सख्त कार्रवाई का दबाव बनाती दिख सकती हैं. परिवार से मुलाकात के दौरान पंकजा मुंडे ने भरोसा दिलाया कि कमिश्नर लेवल का अधिकारी मामले मामले की जांच करेगा.
मंत्री पंकजा मुंडे ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्होंने पूरी जानकारी ले ली है. उनकी कुछ पुरानी शिकायतें हैं. उनके साथ हुए अन्याय के लिए कौन ज़िम्मेदार है या असल में क्या हुआ, इसकी जांच होनी चाहिए. यह एक गंभीर मामला है. मैं देवेंद्र फडणवीस से मिलने जा रही हूं और एक सीनियर अधिकारी से निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. मैं इस बात पर ज़ोर दूंगी कि किसी को यह न लगे कि उनका साथ दिया जा रहा है और जब तक इन्हें न्याय नहीं मिल जाता, मैं चुप नहीं बैठूंगी. मंत्री पंकजा मुंडे ने परिवार वालों को भरोसा दिलाया कि आरोपियों को कड़ी सज़ा मिलेगी. उन्होंने यह भी भरोसा दिलाया कि पूरे मामले की सीनियर लेवल पर जांच होगी.
डॉक्टर महिला की सुसाइड का मामला सतारा जिले के फलटण इलाके का है. यहां सरकारी अस्पताल में पदस्थ महिला डॉक्टर का शव गुरुवार रात एक होटल के कमरे में फंदे से लटका मिला. मौके से मिले चार पन्नों के सुसाइड नोट में डॉक्टर ने पुलिस सब-इंस्पेक्टर गोपाल बदने पर चार बार रेप करने और मकान मालिक के बेटे प्रशांत बंकर पर मानसिक प्रताड़ना देने का गंभीर आरोप लगाया.

डॉक्टर ने अपने सुसाइड नोट में यह भी लिखा कि एक सांसद और उसके दो निजी सहायकों ने उस पर कई मामलों में आरोपी व्यक्तियों के लिए फर्जी फिटनेस सर्टिफिकेट जारी करने का दबाव डाला. डॉक्टर ने यह सब झेलते हुए 21 बार अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन किसी ने उसकी बात नहीं सुनी. सुसाइड नोट में उसने एक घटना का जिक्र करते हुए लिखा कि जब उसने फर्जी सर्टिफिकेट देने से मना किया तो दो सहायकों ने उसे सांसद से फोन पर बात करने को कहा और उस बातचीत के दौरान सांसद ने उसे परोक्ष रूप से धमकी दी.
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