
कहते हैं जब आप निस्वार्थ भाव से किसी के सेवा करते हैं, तो ईश्वर आपको उसका फल जरूर देता है, फिर चाहे वो किसी भी रूप में हो सकता है. ऐसा ही कुछ हुआ एक रिक्शावाले (rickshaw puller) के साथ जिसकी सेवा से खुश होकर ओडिशा (Odisha) में एक 63 साल की महिला ने अपनी सारी संपत्ति एक उसके नाम कर दी है. सुताहाट की मिनाती पटनायक (Minati Patnaik) का कहना है कि उन्होंने अपना तीन मंजिला घर, सोने के गहने और अन्य संपत्ति बुद्ध सामल और उनके परिवार को 25 साल की सेवा के बदले उनके सम्मान में दान करने का फैसला किया है. मिनाती पटनायक ने अपने पति और बेटी को खोने के बाद, लगभग ₹ 1 करोड़ की अपनी संपत्ति दान करने का फैसला किया.
उन्होंने एएनआई को बताया, "मेरे पति और बेटी की मृत्यु के बाद, बुद्ध सामल और उनका परिवार मेरी देखभाल कर रहा है, इसलिए मैं उन्हें अपनी संपत्ति दे रही हूं." मिनाती पटनायक ने पिछले साल किडनी फेल होने के कारण अपने पति को खो दिया था. इंडिया टुडे के अनुसार, वह अपनी बेटी के साथ रह रही थी, जिसकी हाल ही में हृदय गति रुकने से मृत्यु हो गई थी.
देखें Photos:
Odisha: A 63-year-old widow has donated all her properties worth about Rs 1 crore to a rickshaw puller in Cuttack
— ANI (@ANI) November 14, 2021
"After my husband & daughter died in quick succession, Budha Samal & his family have been taking care of me so I'm giving him my properties," Minati Patnaik says pic.twitter.com/9djGEnn8jn
"मैं अपने पति और बेटी की नियमित अंतराल पर मृत्यु के बाद बिखर गई और दुःख में जी रही थी. मेरे दुखद नुकसान के बाद, मेरे किसी भी रिश्तेदार ने मेरा साथ नहीं दिया. मैं पूरी तरह से अकेली थी. उन्होंने इंडिया टुडे को बताया, हालांकि, रिक्शा चालक और उनके परिवार मे हमेशा मेका साथ दिया. मुश्किल समय और बदले में कुछ भी उम्मीद किए बिना मेरे स्वास्थ्य का ख्याल रखा."
बुद्ध सामल ने दो दशकों से ज्यादा समय तक परिवार के रिक्शा चालक के रूप में काम किया. वह मिनाती पटनायक की बेटी को कॉलेज भी पहुंचाते थे. 63 वर्षीय महिला ने रिक्शा चालक के बारे में कहा, "उन पर मेरा भरोसा और मेरे और मेरे परिवार के प्रति उनके समर्पण ने उन्हें ये इनाम दिया और मैंने उन्हें अपनी संपत्ति देकर कोई बड़ा काम नहीं किया है. वे और उसका परिवार इसके लायक हैं."
हालांकि उनकी तीन बहनों में से दो ने उनके फैसले पर आपत्ति जताई, लेकिन मिनाती पटनायक ने यह सुनिश्चित करने के लिए उचित कानूनी प्रक्रियाओं का पालन किया कि उनकी संपत्ति उनकी मृत्यु के बाद बुद्ध सामल को हस्तांतरित की जाएगी.
सामल ने कहा, "जब मां (मिनाती पटनायक) ने मुझे अपनी संपत्ति देने अपने फैसले के बारे में बताया तो मैं हैरान रह गया. मैं दो दशकों से अधिक समय से इस परिवार की सेवा कर रहा हूं और अपनी मृत्यु तक मां की सेवा करता रहूंगा."
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