कोलकाता:
कलकत्ता हाइकोर्ट में पंचायती चुनावों को लेकर चुनाव आयोग और राज्य सरकार के मुकदमे में महिलाएं 'पिस' गईं। राज्य के महाधिवक्ता (एडवोकेट जनरल) बिमल चटर्जी ने चुनाव आयोग को ऐसी खूबसूरत लड़की करार दिया, जो रोज नई फरमाइश करती है।
यह टिप्पणी कहीं और नहीं, बल्कि अदालत में की गई और इसके निशाने पर थीं महिलाएं। इत्तेफाक से राज्य चुनाव आयोग की अध्यक्ष भी एक महिला मीरा पांडेय हैं। चटर्जी ने कहा, सरकार के अनुसार आयोग का रवैया मांगों के मामले में एकपक्षीय और मनमाना रहा है तथा समय-समय पर मांगें बदल रहीं हैं।
महाधिवक्ता का बयान ऐसे समय में आया है, जब राज्य में पंचायत चुनाव कराने के मुद्दों पर राज्य सरकार और चुनाव आयोग के बीच गतिरोध है। अदालत से बाहर आकर चुनाव आयोग के वकील ने इस बयान की तीखी आलोचना की। बाद में महाधिवक्ता ने सफाई देते हुए कहा कि उनकी टिप्पणी संस्था को लेकर थी, न कि राज्य निर्वाचन आयुक्त मीरा पांडेय को लेकर।
विपक्षी कांग्रेस ने चटर्जी के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि उनके बयान से महिलाओं का अपमान हुआ है। पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रदीप भट्टाचार्य ने कहा कि हम अपमानजनक और गैरजरूरी टिप्पणी के लिए उनके इस्तीफे की मांग करते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य की जनता महाधिवक्ता के बयान को हल्के में नहीं लेगी।
तृणमूल कांग्रेस सांसद तथा वरिष्ठ वकील कल्याण बनर्जी ने कहा कि महाधिवक्ता द्वारा अदालत कक्ष में इस तरह की टिप्पणी करना शोभा नहीं देता। वहीं, सीपीएम नेता वृंदा करात ने भी कहा कि बंगाल महिलाओं के सम्मान के लिए जाना जाता है। वहां से ऐसे बयान वाकई अफसोस पैदा करते हैं।
यह टिप्पणी कहीं और नहीं, बल्कि अदालत में की गई और इसके निशाने पर थीं महिलाएं। इत्तेफाक से राज्य चुनाव आयोग की अध्यक्ष भी एक महिला मीरा पांडेय हैं। चटर्जी ने कहा, सरकार के अनुसार आयोग का रवैया मांगों के मामले में एकपक्षीय और मनमाना रहा है तथा समय-समय पर मांगें बदल रहीं हैं।
महाधिवक्ता का बयान ऐसे समय में आया है, जब राज्य में पंचायत चुनाव कराने के मुद्दों पर राज्य सरकार और चुनाव आयोग के बीच गतिरोध है। अदालत से बाहर आकर चुनाव आयोग के वकील ने इस बयान की तीखी आलोचना की। बाद में महाधिवक्ता ने सफाई देते हुए कहा कि उनकी टिप्पणी संस्था को लेकर थी, न कि राज्य निर्वाचन आयुक्त मीरा पांडेय को लेकर।
विपक्षी कांग्रेस ने चटर्जी के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि उनके बयान से महिलाओं का अपमान हुआ है। पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रदीप भट्टाचार्य ने कहा कि हम अपमानजनक और गैरजरूरी टिप्पणी के लिए उनके इस्तीफे की मांग करते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य की जनता महाधिवक्ता के बयान को हल्के में नहीं लेगी।
तृणमूल कांग्रेस सांसद तथा वरिष्ठ वकील कल्याण बनर्जी ने कहा कि महाधिवक्ता द्वारा अदालत कक्ष में इस तरह की टिप्पणी करना शोभा नहीं देता। वहीं, सीपीएम नेता वृंदा करात ने भी कहा कि बंगाल महिलाओं के सम्मान के लिए जाना जाता है। वहां से ऐसे बयान वाकई अफसोस पैदा करते हैं।
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