'अगर किसी चीज को पूरे दिल से चाहो तो पूरी कायनात उसे तुमसे मिलाने की कोशिश में लग जाती है'. जी हां यह लाइन बिल्कुल सटीक बैठती है 'नेशनल ज्योग्राफिक नेचर फोटोग्राफर ऑफ द इयर (National Geographic Nature Photographer Of The Year) वरूण आदित्य पर. वरूण आदिय की पूरी कहानी ह्यूमन ऑफ बॉम्बे (Humans Of Bombay) ने अपने इंस्टाग्राम पेज से शेयर किया है. ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे से खास बातचीत में वरूण ने बताया कि वह पढ़ाई में कमजोर थे. हर चीज सिखने में उन्हें काफी टाइम लगता था ऐसे में एक कमजोर स्टूडेंट से लेकर नेशनल जियोग्राफिक नेचर फोटोग्राफर ऑफ द इयर के खिताब तक सफर काफी उतार- चढ़ाव से भरपूर रहा.
मुझे पढ़ाई वाली चीज सिखने में काफी दिक्कत होती थी ऐसे में, मैं अपनी फोटो वाली किताब खोलकर उसे देखना ज्यादा पसंद करता था. मैं जब स्कूल में था तो मैं खुश नहीं था, पढ़ाई में कमजोर होने के कारण मेरे अंदर धीरे-धीरे आत्मविश्वास की कमी हो गई थी. एक तरफ लाइफ में यह सब चल रहा था लेकिन मेरी फैमिली खासकर मेरे माता पिता कभी भी इस बात से परेशान नहीं हुए कि मेरा बेटा पढ़ने में कमजोर है, उसके एग्जाम में नंबर कम आते है या ग्रेड कम आते हैं. एक बार की बात है हम सब शिमला घूमने गया तो मेरे पापा ने पूछा क्या तुम्हें चिड़ियां देखना पसंद है.
साल 2011 की बात है मैंने अपने iPhone से फोटो क्लिक करना शुरु किया. सिर्फ इतना ही नहीं फोटो क्लिक करने के चक्कर मैं खाना भी नहीं खाता था और तीन महीने में 300 पाउंड बचाकर मैंने DSLR खरीदा ताकि थोड़ी फैमिली वालों की हेल्प हो जाए.
कुछ समय बाद मैंने फोटो को सोशल मीडिया पर शेयर करना शुरु किया. मेरी फोटोग्राफी में दिलचस्पी देखने के बाद मेरी फैमिली ने मुझे कहा तुम इसी का कोर्स कर लो. मैंने जब एमबीए कर लिया उसके बाद मैंने सोचा फ्रोफेशनल फोटोग्राफर्स का कोर्स कर लेता हूं. और इसी का नतीजा था 2013 में मैने नेशनल जियोग्राफिक का खिताब जीता और अमेरिकी फोटोग्राफर माइकल डेलफोर्ड के साथ पनामा और कोस्टा रिका गया.
इसके बाद मेरे माता-पिता ने मुझे कहा कि तुम अपने फोटोग्राफी में ही करियर क्यों नहीं बना लेते. मेरे लिए उन्होंने बैंक से लोन भी लिया. जो अबतक मैं चुका रहा हूं.
2016 में, मैंने नेट जियो फ़ोटोग्राफ़र ऑफ द ईयर जीता. इस अवार्ड ने मेरी जिंदगी बदल दी. इसे जीतने के बाद मेरे अंदर काफी आत्म विश्वास बढ़ा. और मैं बन गया वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर." पैसे कमाने के लिए मैंने यह नहीं चुना था बल्कि मैं बस दुनिया को नेचर से प्यार कराना चाहता था.
बताते चले कि ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे ने वरूण आदित्य की स्टोरी जब अपने पेज से शेयर किया. शेयर के कुछ घंटे के बाद ही उनकी स्टोरी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. इस स्टोरी को अबतक 60,000 हजार से ज्यादा से लाइक्स और 600 से अधिक कमेंट मिल चुके हैं. वहीं कई यूजर कमेंट कर रहे हैं इस हार्ड वर्क को हमारा सलाम.
वहीं एक यूजर ने कमेंट किया कि, सच में इस तरह की कहानी हमें प्रेरणा देती है. एक यूजर ने लिखा कि वरूण अपनी फोटोग्राफी को लेकर इस कदर पैशिनेट थे कि इतनी प्रॉब्लम आने के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी.
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