प्रतीकात्मक चित्र
वाशिंगन:
कम नींद लेने वालों को जुकाम का खतरा ज्यादा रहता है। एक अध्ययन में पता चला है कि जो लोग रात में छह घंटे या उससे भी कम समय की नींद लेते हैं, उन्हें जुकाम होने का खतरा ज्यादा रहता है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, अमेरिकी जर्नल स्लीप में प्रकाशित शोध में अच्छे स्वास्थ्य के लिए पर्याप्त नींद की महत्ता के बारे में खुलासा किया गया है।
सैन फ्रांसिसको की यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में सहायक प्रोफेसर एरिक प्रैथर ने कहा, "पर्याप्त नींद नहीं लेने से शारीरिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है।"
इस अध्ययन के लिए 164 वयस्कों के स्वास्थ्य पर दो महीने तक नजर रखी गई और तनाव, स्वभाव, अल्कोहल और सिगरेट के उपभोग के आधार पर उनके स्वास्थ्य के स्तर का आकलन किया गया।
शोधकर्ताओं ने प्रतिभागियों के नींद की आदत का सात दिनों तक अध्ययन किया और उन सबका सामना जुकाम के वायरस से कराया गया और कुछ दिनों तक अध्ययन कर देखा गया कि वायरस का किन लोगों पर क्या असर पड़ता है।
अध्ययन में पाया गया कि जो लोग रात में छह घंटे की नींद लेते हैं, उन्हें जुकाम का खतरा 4.2 गुणा ज्यादा था, जबकि पांच घंटे की नींद लेने वालों को जुकाम का खतरा 4.5 गुना ज्यादा था।
सैन फ्रांसिसको की यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में सहायक प्रोफेसर एरिक प्रैथर ने कहा, "पर्याप्त नींद नहीं लेने से शारीरिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है।"
इस अध्ययन के लिए 164 वयस्कों के स्वास्थ्य पर दो महीने तक नजर रखी गई और तनाव, स्वभाव, अल्कोहल और सिगरेट के उपभोग के आधार पर उनके स्वास्थ्य के स्तर का आकलन किया गया।
शोधकर्ताओं ने प्रतिभागियों के नींद की आदत का सात दिनों तक अध्ययन किया और उन सबका सामना जुकाम के वायरस से कराया गया और कुछ दिनों तक अध्ययन कर देखा गया कि वायरस का किन लोगों पर क्या असर पड़ता है।
अध्ययन में पाया गया कि जो लोग रात में छह घंटे की नींद लेते हैं, उन्हें जुकाम का खतरा 4.2 गुणा ज्यादा था, जबकि पांच घंटे की नींद लेने वालों को जुकाम का खतरा 4.5 गुना ज्यादा था।
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