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रेंट वाले पते पर 25 लाख लोन लेकर किराएदार बीवी-बच्चों समेत हुआ कल्टी, मालिक के पल्ले पड़ी मुसीबत

हाल ही में एक किराए की दुकान पर 25 लाख का लोन लेकर किराएदार बीवी और बच्चों के साथ फरार हो गया. अब बैंक वाले उस मकान मालिक से पूछताछ कर रहे हैं, जिसने उसे दुकान दी थी.

रेंट वाले पते पर 25 लाख लोन लेकर किराएदार बीवी-बच्चों समेत हुआ कल्टी, मालिक के पल्ले पड़ी मुसीबत
बीवी-बच्चों के साथ भागा दुकानदार, बैंक वाले पहुंच गए मकान मालिक के पास

RS 25 lakh loan fraud: सोचिए, आपने किसी को दुकान किराए पर दी और कुछ साल तक सब कुछ ठीक चला, लेकिन अचानक एक दिन वो दुकानदार 25 लाख का लोन लेकर बीवी-बच्चों समेत गायब हो जाए और बैंक वाले आपसे सवाल करने पहुंच जाएं. कुछ ऐसा ही हुआ एक रेडिट यूजर के पापा के साथ, जिसने अब सोशल मीडिया पर इस चौंकाने वाली कहानी को साझा किया है.

बैंक से 25 लाख का लोन लेकर भागा किराएदार (rent agreement fraud)

रेडिट यूजर @Potateboi9 ने अपने पोस्ट में लिखा कि उनके पिता ने लकड़ी के काम के लिए एक शख्स को छोटी सी दुकान किराए पर दी थी. शुरू में सब कुछ सामान्य था...किराया समय पर आता रहा और दुकानदार ने चार साल तक वहां काम किया, लेकिन पिछले साल उसने पापा से प्रॉपर्टी के रजिस्ट्रेशन डॉक्यूमेंट मांगे, ये कहते हुए कि उसे बैंक से लोन लेना है. शक होने पर पहले तो मना कर दिया गया, लेकिन फिर वो किरायेदार उनके पिता को मना कर 3 साल का रेंटल एग्रीमेंट बनवा लेता है. कुछ महीनों बाद, उसने दुकान बंद कर दी और बीवी-बच्चों के साथ गायब हो गया.

यहां देखें पोस्ट

Tenant ran away after taking 25L loan from banks. What should be done.
byu/Potateboi9 inLegalAdviceIndia

लोन लेकर भागा दुकानदार (25L Ka Loan Lekar Bhaga Kirayedaar)

कुछ दिन बाद, SBI और BOI के बैंक अधिकारी पहुंचे और बताया कि उस आदमी ने 25 लाख का लोन लिया और अब फरार हो गया है. हालांकि, बैंक ने मालिक को ज़िम्मेदार नहीं ठहराया, पर ये जरूर कहा कि अगर वह व्यक्ति दिखे, तो तुरंत सूचित करें. अब यूजर पूछ रहे हैं कि इस स्थिति से बाहर निकलने का सही कानूनी रास्ता क्या है? रेंट एग्रीमेंट कैसे रद्द करें? दुकान खाली कैसे कराएं?

बैंक वाले बोलकर गए है आए तो बताना (ghar ka kiraya legal matter)

कमेंट सेक्शन में कई लोगों ने कानूनी सलाह दी. एक यूजर ने लिखा, वो आदमी प्लान करके भागा है. आप रेंट एग्रीमेंट खत्म कर सकते हैं, वर्कशॉप खाली करवा सकते हैं. दूसरे ने लिखा, उसके अंतिम दिए पते पर कानूनी नोटिस भेजें. अगर वो जवाब नहीं देता, तो कोर्ट आपके पक्ष में निर्णय देगा. ये घटना एक बड़ा सबक है. किरायेदार चुनते समय सिर्फ पैसे नहीं, पर्सनैलिटी और प्लानिंग पर भी ध्यान दें.

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