जोहानिसबर्ग:
दक्षिण अफ्रीका में मूसलाधार बरसात के चलते एक क्रोकोडाइल फॉर्म के दरवाज़े खोलने पड़े, जिससे लगभग 15,000 मगरमच्छ भाग निकले, और अब शहरियों को बचाने के लिए पुलिस और फौज बुलाकर बचाव कार्य में तैनात की गई हैं।
एक स्थानीय दैनिक पत्र 'बील्ड' के मुताबिक देश के उत्तरी छोर पर लिम्पोपो प्रांत में बनाए गए राकवेना क्रोकोडाइल फॉर्म के मालिकों को मूसलाधार बरसात के बाद फ्लडगेट खोलने पड़े, ताकि बाढ़ से बचा जा सके। लेकिन इसी कारण 15,000 मगरमच्छ आज़ाद हो गए।
इन मगरमच्छों के शहर में घुस आने के कारण स्थानीय नागरिकों में चौतरफा हड़कंप मचा हुआ है, और डरे हुए लोग अपनी छतों पर चढ़े बैठे हैं। हालांकि कुछ मगरमच्छों को पकड़ भी लिया गया है, लेकिन कम से कम आधे मगरमच्छ अब भी आज़ाद हैं, और दूर-दूर तक निकल गए हैं। कुछ मगरमच्छों को लगभग 120 किलोमीटर दूर एक स्कूल की रग्बी पिच पर भी पाया गया।
फॉर्म हाउस के मालिक के दामाद ज़ेन लैन्गमैन के मुताबिक शुरू में उसने भी एक मोटरबोट की सहायता से कई स्थानीय निवासियों को छतों से उतारकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। लैन्गमैन ने बताया, जब वह वहां पहुंचा तो मगरमच्छ घरों के इर्द-गिर्द घूम रहे थे।
हालांकि, इस दौरान मगरमच्छों द्वारा किसी इंसान पर हमला किए जाने की कोई रिपोर्ट नहीं है, और प्रांत के पुलिस प्रवक्ता हंगवानी मुलाउद्ज़ी ने कहा है कि पुलिस और सेना के जवान लोगों की मदद कर रहे हैं।
एक स्थानीय दैनिक पत्र 'बील्ड' के मुताबिक देश के उत्तरी छोर पर लिम्पोपो प्रांत में बनाए गए राकवेना क्रोकोडाइल फॉर्म के मालिकों को मूसलाधार बरसात के बाद फ्लडगेट खोलने पड़े, ताकि बाढ़ से बचा जा सके। लेकिन इसी कारण 15,000 मगरमच्छ आज़ाद हो गए।
इन मगरमच्छों के शहर में घुस आने के कारण स्थानीय नागरिकों में चौतरफा हड़कंप मचा हुआ है, और डरे हुए लोग अपनी छतों पर चढ़े बैठे हैं। हालांकि कुछ मगरमच्छों को पकड़ भी लिया गया है, लेकिन कम से कम आधे मगरमच्छ अब भी आज़ाद हैं, और दूर-दूर तक निकल गए हैं। कुछ मगरमच्छों को लगभग 120 किलोमीटर दूर एक स्कूल की रग्बी पिच पर भी पाया गया।
फॉर्म हाउस के मालिक के दामाद ज़ेन लैन्गमैन के मुताबिक शुरू में उसने भी एक मोटरबोट की सहायता से कई स्थानीय निवासियों को छतों से उतारकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। लैन्गमैन ने बताया, जब वह वहां पहुंचा तो मगरमच्छ घरों के इर्द-गिर्द घूम रहे थे।
हालांकि, इस दौरान मगरमच्छों द्वारा किसी इंसान पर हमला किए जाने की कोई रिपोर्ट नहीं है, और प्रांत के पुलिस प्रवक्ता हंगवानी मुलाउद्ज़ी ने कहा है कि पुलिस और सेना के जवान लोगों की मदद कर रहे हैं।
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