खास बातें
- कैश क्लीनअप घोषणा की ट्विटर पर अभी भी चर्चा है
- एटीएम के आगे लगने वाली लाइनों पर टिप्पणियां आ रही हैं
- करेंसी एक्सचेंज के लिए भरने वाले फॉर्म का ज़िक्र भी हो रहा है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बड़े नोटों को बैन करने की घोषणा ने भारतीयों की जिंदगी में फिलहाल उठापटक मचा रखी है. एटीएम के आगे लंबी लाइनें लगी हैं, खुले पैसे के लिए गुल्लकें तोड़ी जा रही हैं और कुछ लोग अपने रज़ाई के कवर में दबे धन को ठिकाने लगाने में जुटे हैं. वहीं दूसरी तरफ सोशल मीडिया ने इस मुद्दे को भी अपने हाथों नहीं जाने दिया. यहां कुछ अच्छे-बुरे अनुभव पढ़ने को मिल रहे हैं तो कुछ बहुत ही मज़ेदार. मसलन वरिष्ठ पत्रकार मृणाल पांडे का यह ट्वीट देखिए -
ट्विटर पर ही @coolshivam लिखते हैं -
ट्विटर पर ही @ikpsgill ने जो लिखा है वो आपने व्हाट्सएप पर भी पढ़ा ही होगा -
राधिका चतुर्वेदी ने छोटी सी कहानी शेयर की जिसे पढ़कर शायद आपको भी रफीक़ चाचा की गुमटी की अहमियत समझ आए -
इधर सौरव मिश्रा इस बात को लेकर परेशान है कि उनके पास रखे आखिरी पांच सौ के नोट को वह जमा कराएं या फ्रेम करवाएं -
कुछ और ट्वीट्स में लिखा है -
1947 के बाद हिंदुस्तान में पहला दिन है जब किसी कर्मचारी ने रिश्वत नहीं ली होगी.
पांच सौ के 8 नोट देकर चार हज़ार का पेट्रोल लिया, ऐसा लगा जैसे लाश ठिकाने लगा दी.
और आखिर में व्हाट्सएप पर वायरल हो रही यह तस्वीर जिसमें डिपॉज़िट के दौरान भरे जाने वाली स्लिप में जब ऐसा करने के पीछे की वजह पूछी गई तो एक सज्जन ने क्या लिखा -
आपने इस खाने में क्या भरा...नीचे कमेंट बॉक्स में बताइए....