झरने में डूब रहा था यात्री, सिखों ने निकाली अपनी पगड़ी, ऐसे बचाई उसकी जान, लोग बोले- ये हैं असली हीरो - देखें Video

"हम यह सोचने की कोशिश कर रहे थे कि हम उन्हें कैसे निकाल सकते हैं, लेकिन हमें नहीं पता था कि कैसे करें. तो हम मदद लेने के लिए लगभग 10 मिनट तक चले और फिर हमें अपनी पगड़ी को खोलकर उसे एक साथ बांधने का विचार आया."

झरने में डूब रहा था यात्री, सिखों ने निकाली अपनी पगड़ी, ऐसे बचाई उसकी जान, लोग बोले- ये हैं असली हीरो - देखें Video

झरने में डूब रहा था यात्री, सिखों ने निकाली अपनी पगड़ी, ऐसे बचाई उसकी जान

कनाडा में सिख पुरुषों (Sikh men in Canada) के एक समूह ने झरने में फंसे दो पैदल यात्रियों (rescue two hikers) को बचाने के लिए धार्मिक संहिता को अलग रखकर इंसानियत की मिसाल पेश की. ग्लोबल न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, कुलजिंदर किंडा ब्रिटिश कोलंबिया के गोल्डन एर्स प्रोविंशियल पार्क में चार दोस्तों के साथ लंबी पैदल यात्रा कर रहे थे, जब उन्हें दो शख्स मिले, जो एक चट्टान पर फिसल कर एक झरने के नीचे एक पूल में गिर गए थे. किंडा और उनके दोस्तों ने एक अस्थायी रस्सी बनाने के लिए अपनी पगड़ी निकाली, जिससे उन्होंने इन दोनों की जान बचाकर उन्हें सुरक्षित निकाल लिया, जिसकी सोशल मीडिया समेत हर तरफ अब सराहना की जा रही है.

किंडा द्वारा इसे व्हाट्सएप पर शेयर करने के बाद घटना का फुटेज वायरल हो गया है और इसने फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लंबी पैदल यात्रा समूहों में अपनी जगह बना ली.

उन्होंने एनबीसी न्यूज को बताया कि फंसे हुए हाइकर्स ने शुरू में उन्हें आपातकालीन सेवाओं को कॉल करने के लिए कहा, जो वे नहीं कर सके क्योंकि उनके पास सेलफोन सेवा नहीं थी. पांचों लोगों ने मदद के लिए इधर-उधर देखने की कोशिश की. असफल होने पर उनके मन में रस्सी बनाने के लिए अपनी पगड़ी खोलने का विचार आया.

किंडा ने कहा, "हम यह सोचने की कोशिश कर रहे थे कि हम उन्हें कैसे निकाल सकते हैं, लेकिन हमें नहीं पता था कि कैसे करें. तो हम मदद लेने के लिए लगभग 10 मिनट तक चले और फिर हमें अपनी पगड़ी को खोलकर उसे एक साथ बांधने का विचार आया."

वीडियो में सभी सिख दोनों हाइकर्स को सुरक्षित निकालने के लिए एक अस्थायी रस्सी बनाने के लिए एक साथ काम करते हुए दिखाई दे रहे हैं.

देखें Video:

एक फेसबुक यूजर ने लिखा, "आपकी जैकेट और पगड़ी के बीच, आप बहुत साधन संपन्न थे! किसी की जान बचाने के लिए अच्छा किया!"

दूसरे ने लिखा, "ये लोग हीरों हैं."

रिज मीडोज सर्च एंड रेस्क्यू में खोज और बचाव प्रबंधक रॉबर्ट लिंग भी उन लोगों में शामिल थे जिन्होंने दोस्तों के समूह की प्रशंसा की. श्लिंग ड्यूटी पर थे जब दुर्घटना हुई और किंडा और उनके दोस्तों के पहले ही हाइकर्स को बचा लेने के तुरंत बाद वो घटनास्थल पर पहुंचे.

उन्होंने ग्लोबल न्यूज को बताया, "मैंने पहले कभी ऐसा कुछ नहीं सुना है और यह काफी प्रभावशाली था."

रॉबर्ट लिंग ने यह भी बताया, कि बचाए गए हाइकर्स कई संकेतों से चूक गए थे जिन्होंने लोगों को झरने से दूर रहने की चेतावनी दी थी. उन्होंने बताया, झरना एक बाड़े वाले क्षेत्र के पीछे हैं.

दो फंसे हुए लोग, जिनका नाम नहीं लिया गया है, उन्होंने किंडा और उनके दोस्तों को उनके जाने से पहले धन्यवाद दिया. रेस्क्यु के बाद उन्हें किसी चिकित्सा सेवा की जरूरत नहीं पड़ी थी.

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