देश के वैज्ञानिकों ने संजीवनी बूटी को खोज निकाला है। रामायण में जिस बूटी को लक्ष्मण की जान बचाने के लिए हनुमान लाए थे उसका वैज्ञानिक नाम सेलागिनेला ब्रायोप्टेरिस बताया जा रहा है।
डायनासोर के ज़माने से उगते आए इस पौधे का इस्तेमाल आदिवासी कई बीमारी दूर करने के लिए करते हैं। रिसर्च से पता चलता है कि लू लगने जैसी बीमारी में यह रामबाण औषधि है। उत्तराखंड के इलाके में यह औषधि पर्याप्त मात्रा में पाई गई है।
अब नेशनल बॉटनिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट ने इस पौधे के जीन पर काम करना शुरू किया है।
डायनासोर के ज़माने से उगते आए इस पौधे का इस्तेमाल आदिवासी कई बीमारी दूर करने के लिए करते हैं। रिसर्च से पता चलता है कि लू लगने जैसी बीमारी में यह रामबाण औषधि है। उत्तराखंड के इलाके में यह औषधि पर्याप्त मात्रा में पाई गई है।
अब नेशनल बॉटनिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट ने इस पौधे के जीन पर काम करना शुरू किया है।
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