1 जनवरी से इस राज्य में नहीं मिलेगी पानी की बोतल, क्या दूसरे राज्य भी उठाएंगे ऐसा कदम?

देखा जाए तो आज पूरी दुनिया पर्यावरण प्रदूषण से परेशान है. इससे निपटने के लिए तमाम तरह के प्रयास कर रहे हैं. रोज़ लगातार बैठक हो रही हैं, मगर नतीज़ा कुछ नहीं निकल रहा है. इन सबके बीच भारत के हिमालय के गोद में बसा एक राज्य ने बेहतरीन फ़ैसला लिया है.

1 जनवरी से इस राज्य में नहीं मिलेगी पानी की बोतल, क्या दूसरे राज्य भी उठाएंगे ऐसा कदम?

देखा जाए तो आज पूरी दुनिया पर्यावरण प्रदूषण (Pollution) से परेशान है. इससे निपटने के लिए तमाम तरह के प्रयास कर रहे हैं. रोज़ लगातार बैठक हो रही हैं, मगर नतीज़ा कुछ नहीं निकल रहा है. इन सबके बीच भारत के हिमालय के गोद में बसा एक राज्य ने बेहतरीन फ़ैसला लिया है. ये फ़ैसला सिर्फ भारत के लिए ही नहीं, पूरी दुनिया के लिए मिसाल है. दरअसल, सिक्किम ने पर्यावरण संरक्षण (Sikkim Banned Plastic Water Bottle) की तरफ़ एक बड़ा क़दम उठाया है. 1 जनवरी, 2022 से  सिक्कीम में वॉटर बॉटल यानी बोतलबंद पानी पर पूरी तरह से बैन लगा दिया गया है. इससे पहले इस राज्य ने बांस के बोतल का प्रयोग किया था. जो काफी सफ़ल रहा था. सिक्कीम पर्यावरण (Nature) को बचाने के लिए तमाम तरह के प्रयास कर रहा है.


इस पूरे मामले पर सिक्कीम के मुख्यमंत्री पी.एस.तमांग (P.S.Tamang) ने कहा है कि राज्य में ऐसे कई प्राकृतिक स्रोत हैं, जहां से ताज़ा और अच्छी क्विलिटी का पीने का पानी मिलता है. सिक्कीम इस दिशा में बेहतरीन काम भी कर रहा है.

The Times of India की रिपोर्ट के अनुसार, सिक्कीम के सीएम पी.एस. तमांग ने कहा है कि राज्य प्रतिबंध लगने के बाद प्राकृतिक स्रोतों से पानी मुहैया करवाएगा. ये घोषणा सीएम ने गांधी जयंती के अवसर पर लिया.

राज्य सरकार अपने फ़ैसले पर पूरी तरह से अडिग है. सिक्कीम सरकार की कोशिश है कि राज्य में बोतलबंद पानी की सप्लाई पूरी तरह से बंद हो. देखा जाए तो राज्य सरकार ने इस दिशा में काम करना शुरु भी कर दिया था. उत्तरी सिक्किम के Lachen में पहले से ही बोतलबंद पानी पर बैन लगा हुआ है.

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देखा जाए तो ये फ़ैसला एक बेहतरीन फ़ैसला है. सरकार की इस सोच से पर्यावरण को स्वच्छ रखने में काफी सफलता मिलेगी. हमेशा देखा जाता था कि पर्यटक प्लास्टिक की बोतल को हिमालय पर छोड़ आते थे, जिससे वहां के जीव जंतु पर काफी असर होता था.