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एक मोबाइल फोन से शूट किया गया यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.
हैदराबाद के श्रीधर वमूला नामक एक शख्स ने इस वीडियो को साझा किया.
इस पोस्ट को 5 लाख से अधिक बार देखा गया और 10 हजार से ज्यादा शेयर किया गया
वमूला ने 17 मार्च को हैदराबाद ट्रैफिक पुलिस के फेसबुक पेज पर इस वीडियो को शेयर किया और बताया कि यह घटना हिमायत नगर में हुई थी. वहीं, इस पोस्ट पर हैदराबाद ट्रैफिक पुलिस को टिप्पणी करने में पूरे 24 घंटे लग गए. उसके बाद हैदराबाद ट्रैफिक पुलिस द्वारा इस पोस्ट पर लिखा गया कि "कार्रवाई की जाएगी ...".
इस बीच वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और वमूला द्वारा किए गए प्रारंभिक पोस्ट को 5 लाख से अधिक बार देखा गया और 10 हजार से ज्यादा इसे शेयर किया गया. वीडियो को जल्दी से लोकप्रिय होता देख इसे फेसबुक पेज और यू-ट्यूब चैनलों पर दोबारा पोस्ट किया गया था, जिसमें मजबूत प्रतिक्रियाएं देखने को मिली और लाखों विचार प्राप्त हुए. 20 मार्च को हैदराबाद ट्रैफिक पुलिस ने प्रारंभिक पोस्ट पर रिप्लाई करते हुए लिखा कि आरोपी पुलिसवाले को बर्खास्त कर दिया गया है और नियम के अनुसार अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.
यहां देखें वीडियो...
डेक्कन क्रॉनिकल में प्रकाशित एक खबर के अनुसार एक वरिष्ठ यातायात पुलिस अधिकारी ने कहा कि आरोपी जवान ने आत्मसमर्पण कर दिया है और उसे "सर्विस से हटाने" की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है. वहीं, इस मामले में कई लोगों ने रिश्वत लेने के लिए ट्रैफिक पुलिस के खिलाफ कार्रवाई का स्वागत किया है, जबकि कुछ लोगों ने रिश्वत देने वाले के खिलाफ भी कार्रवाई की बात उठाई है. आइए, पढ़ते हैं कुछ लोगों द्वारा किए गए इस पोस्ट पर टिप्पणी...
एक टिप्पणी में लिखा गया है- 'रिश्वत देने वाले व्यक्ति का लाइसेंस रद्द क्यों नहीं किया जा रहा है?'
फेसबुक पर मोहम्मद हसीब उद्दीन ने लिखा, 'इस शर्मनाक घटना के लिए व्यक्ति समान रूप से जिम्मेदार है.'
इस बीच, दूसरों ने सोचा कि जुर्माना ही काफी था. महेश कुमार ने लिखा, 'उसे एक महीने के लिए भुगतान न करें या उसे निलंबित कर दें.'
हर्षिता मकवाना ने लिखा कि 'अगर उन्होंने अच्छा भुगतान किया होता तो ऐसा नहीं होता.'
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