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This Article is From Feb 13, 2019

Noida के GIP मॉल में बर्गर किंग का सेल्स मैनेजर करता था कार्ड की क्लोनिंग, CCTV से देखता था पासवर्ड

नोएडा (Noida) के द ग्रेट इंडिया प्लेस 'The Great India Place' के बर्गर किंग में कुछ ऐसा हुआ जिसने हर किसी को हैरान कर दिया. शख्स पर आरोप है कि वो कस्टमर्स का डाटा एटीएम कार्ड क्लोन करने वाले गैंग को बेचता था और उससे खूब पैसा कमाता था.

Noida के GIP मॉल में बर्गर किंग का सेल्स मैनेजर करता था कार्ड की क्लोनिंग, CCTV से देखता था पासवर्ड
बर्गर किंग का सेल्स मैनेजर करता था कार्ड की क्लोनिंग.

नोएडा (Noida) के द ग्रेट इंडिया प्लेस 'The Great India Place' के बर्गर किंग में कुछ ऐसा हुआ जिसने हर किसी को हैरान कर दिया. 11 फरवरी को बर्गर किंग के बतौर सेल्स मैनेजर काम करने वाले शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार किया. शख्स पर आरोप है कि वो कस्टमर्स का डाटा एटीएम कार्ड क्लोन करने वाले गैंग को बेचता था और उससे खूब पैसा कमाता था. शख्स को गिरफ्तार कर लिया गया है और पुलिस पूछताछ कर गैंग की छानबीन में जुट गई है. आरोपी शख्स का नाम सुमित बताया जा रहा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुमित पिछले दिसंबर से अमेरिकन ग्लोबल चेन 'बर्गर किंग' में काम कर रहा है. 

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पुलिस के मुताबिक, सेल्स मैनेजर सुमित कस्टमर का कार्ड स्वैप करता था. स्किमर डिवाइस के जरिए कार्ड की पूरी डिटेल्स डिवाइस में सेव हो जाती थी. सीसीटीवी काउंटर के ऊपर ही लगा हुआ था.  जिससे वो फुटेज में कार्ड का पिन नंबर देख लेता था. ये काम वो दिसंबर से ही कर रहा था. कार्ड की सारी डिटेल्स निकालने के बाद वो 10 से 15 हजार रुपये में बेच देता था. सुमित पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है. 

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क्या है कार्ड क्लोनिंग?
कार्ड क्लोनिंग की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. ये कोई पहला मामला नहीं है, भारत में अक्सर कार्ड क्लोनिंग की घटनाएं सामने आती रहती हैं. अगर डेबिट कार्ड की पूरी जानकारी जालसाज के पास है तो वो एक डुप्लीकेट कार्ड तैयार कर उसका इस्तेमाल कर सकता है. डेबिट कार्ड में जो मैग्नेटिक स्ट्रिप रहती है, उसमें अकाउंट से जुड़ी सभी जानकारियां होती हैं. स्कीमर डिवाइस से जालसाज कार्ड की क्लोनिंग करते हैं. ये डिवाइस स्वाइप मशीन में लगा दिया जाता है. कार्ड जैसे ही स्वाइप होता है तो डिटेल्स कॉपी हो जाती हैं. फिर जालसाज कार्ड को ऑनलाइन ट्रांजेक्शन कर धोखाधड़ी को अंजाम देता है. 

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ऐसे बचाएं खुद को
जब भी आप एटीएम मशीन में या स्वाइप मशीन में कार्ड स्वेप करें तो उससे पहले देख लें कि कहीं कोई स्कीमर तो नहीं लगा है. जहां से स्वाइप करते हैं उसके आस-पास हाथ लगाकर देखें कि कहीं कुछ लगा तो नहीं है. स्कीमर डिवाइस ऐसा नजर आती है जैसे एटीएम का ही हिस्सा हो. समय-समय पर अपना एटीएम पिन बदलते रहें. ऐसे में आप धोखाधड़ी से बच सकते हैं. 

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