अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Space agency NASA) अक्सर हमारे ब्रह्मांड की खूबसूरत और हैरतअंगेज तस्वीरें खींचती है और सोशल मीडिया पर शेयर कर लोगों को आश्चर्य से भर देती है. नासा (NASA) का इंस्टाग्राम हैंडल उन लोगों के लिए एक खजाना है जो हमारे ग्रह, गैलेक्सीज और अन्य खगोलीय पिंडों को दिखाने वाली वीडियोज और आकर्षक तस्वीरें देखना पसंद करते हैं. नासा की एक हालिया तस्वीर ने फिर से लोगों में जिज्ञासा पैदा कर दी है.
हाल ही में, अंतरिक्ष संगठन ने अपने अंतरिक्ष यान जूनो द्वारा ली गई बृहस्पति पर ग्रेट रेड स्पॉट (Great Red Spot) की एक लुभावनी तस्वीर शेयर की. यह तस्वीर स्पेस प्रॉब जूनो की ओर से लगभग 13,917 किमी दूर से ली गई थी, जो विशाल ग्रह की खोज कर रहा है. ग्रेट रेड स्पॉट एक तूफान है जो पृथ्वी के आकार से दोगुना है और 350 से अधिक वर्षों से अस्तित्व में है.
नासा की तस्वीर केंद्र में ग्रेट रेड स्पॉट को प्रदर्शित करती है, जो भूरे, नारंगी और लाल छींटों से घिरा हुआ है. बृहस्पति का क्षितिज तस्वीर के ऊपरी भाग में दिखाई देता है, जहां यह बेज, भूरे और नीले रंग में दिखाई देता है.
नासा के अनुसार, बृहस्पति के वायुमंडल में उच्च दबाव वाला क्षेत्र 350 वर्षों से अधिक समय से एक एंटीसाइक्लोनिक तूफान उत्पन्न कर रहा है. हालांकि ग्रेट रेड स्पॉट 1979 में वोयाजर अंतरिक्ष यान द्वारा आखिरी बार मापे जाने के बाद से सिकुड़ रहा है और पिछले चार दशकों में इसकी ऊंचाई आठ गुना कम हो गई है और इसकी चौड़ाई कम से कम एक तिहाई कम हो गई है, ये नई तस्वीर से पता चला है.
नासा ने कहा, ''ग्रेट रेड स्पॉट अभी भी पृथ्वी से दोगुना बड़ा है, और जूनो के हालिया अध्ययनों से पता चलता है कि तूफान ग्रह के बादलों के नीचे लगभग 200 मील (300 किमी) तक डूबा हुआ है. आगे कहा गया कि ''तूफानों को कमजोर करने के लिए बृहस्पति पर कोई ठोस जमीन नहीं होने के कारण, ग्रेट रेड स्पॉट में हवाएं लगभग 400 मील प्रति घंटे (643 किलोमीटर प्रति घंटे) की रफ्तार से चलती हैं.''
2011 में लॉन्च किया गया, बास्केटबॉल-कोर्ट आकार का अंतरिक्ष यान जूनो बृहस्पति की यात्रा करने वाला आठवां जहाज था. इसने 4 जुलाई, 2016 को बृहस्पति की कक्षा में प्रवेश किया. अब यह विशाल ग्रह का इतिहास बताने के अपने विस्तारित मिशन के तीसरे वर्ष में है.
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