उत्तर प्रदेश विधानसभा में तब अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गई जब संसदीय कार्य मंत्री आजम खां ने अपने स्टाफ की गलती की वजह से एक सदस्य के सवाल का जवाब देने में असमर्थता व्यक्त की।
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
लखनऊ:
उत्तर प्रदेश विधानसभा में तब अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गई जब संसदीय कार्य मंत्री आजम खां ने अपने स्टाफ की गलती की वजह से एक सदस्य के सवाल का जवाब देने में असमर्थता व्यक्त की।
भाजपा सदस्य सतीश महाना द्वारा पूछे गए राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण के तहत सूबे में प्रस्तावित कार्ययोजना से जुड़े अपने सवाल का पूरक प्रश्न पूछा तो खां कोई जवाब नहीं दे सके और कहा, ‘‘क्या करें, कब तक तजुर्बे से काम चलाएं। हमारे आफिस ने इस ब्रीफिंग के नोट फाइल में रखे ही नहीं।’’ गौरतलब है कि खां नौकरशाही के प्रति अपने तल्ख तथा अक्सर विवादास्पद बयानों के लिये पहचाने जाते हैं।
भाजपा सदस्य सतीश महाना द्वारा पूछे गए राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण के तहत सूबे में प्रस्तावित कार्ययोजना से जुड़े अपने सवाल का पूरक प्रश्न पूछा तो खां कोई जवाब नहीं दे सके और कहा, ‘‘क्या करें, कब तक तजुर्बे से काम चलाएं। हमारे आफिस ने इस ब्रीफिंग के नोट फाइल में रखे ही नहीं।’’ गौरतलब है कि खां नौकरशाही के प्रति अपने तल्ख तथा अक्सर विवादास्पद बयानों के लिये पहचाने जाते हैं।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं