
तुर्की में सैमुएल वोलेरी ने 800 फीट की ऊंचाई पर दो वैली के बीच का सफर रस्सी पर चलकर पूरा किया है.
Quick Take
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
स्विट्जरलैंड के शख्स ने रस्सी पर चलने का बनाया विश्व रिकॉर्ड
सैमुएल वोलेरी 800 फीट की ऊंचाई पर रस्सी पर चले
सैमुएल ने दो वैली के बीच का सफर रस्सी पर चलकर पूरा किया
सैमुएल वोलेरी ने अपने पहले ही प्रयास में सबसे लंबी 'स्लैकलाइन' का रिकॉर्ड बनाया. इतनी ऊंचाई पर भी वह बेहद आराम से संगीत सुनते रहे और रस्सी पर चहलकदमी करते रहे. स्लैकलाइन में दो कोनों के बीच रस्सियां बांध दी जाती है और बिना नीचे गिरे एक से दूसरे कोने तक पहुंचना होता है.
वोलेरी की 10 लोगों की टीम दो पहाड़ों के बीच रस्सी लगाने में जुटी थी. इस दौरान उन्हें कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा. तेज हवाओं के चलते उन्हें रस्सियां बांधने में दो दिन लग गए. वोलेरी ने इस रिकॉर्ड को बनाने के लिए हर सप्ताह 10 से 15 घंटे स्लैकलाइन पर चलने और कई तरह के व्यायाम भी किए, ताकि उन्हें रस्सी पर चलने में दिक्कत न हो. इस हैरतअंगेज सफर के दौरान सैमुएल बीच में रस्सी से फिसल भी गए, लेकिन हिम्मत नहीं हारे. वे दोबारा से रस्सी पर खड़े होकर अपने सफर को पूरा किया.
2016 में नाथन पॉलिन और डेनी मेनिस्क ने फ्रांस के पहाड़ी क्षेत्र के बीच 3,346 फीट की दूरी कर सबसे लंबी स्लैकलाइन का रिकॉर्ड बनाया था.

जब 40 फुट ऊंची लहर 'निगल' गई रस्सी पर करतब करती लड़की को...
हिन्द सहासागर के एक चट्टानी हिस्से में दो पहाड़ी चोटियों के बीच झूलती एक रस्सी पर करतब दिखाना कोराली जिरॉल्ट को भारी पड़ने वाला था, और उसकी जान लगभग चली ही गई थी... लेकिन कहते हैं न, जाको राखे साइयां... रीयूनियन आईलैंड में दो चोटियों के बीच लगभग 31 मीटर की दूरी को रस्सी पर चलते हुए पार करने का धड़कनों को रोक देने वाला कारनामा करती कोराली जिरॉल्ट जब रस्सी के बीच पहुंची, अचानक समुद्र अशांत हो गया, और प्राण सुखा देने वाली ऊंची-ऊंची लहरें उठने लगीं.
वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि खतरनाक रूप अख्तियार करती जा रही समुद्री लहरों के बीच कोराली बेहद भयावह स्थिति में रस्सी पर अपना संतुलन बनाए रखने की कोशिश कर रही है कि तभी लगभग 40 फुट ऊंची एक लहर बेहद खतरनाक गति से उसे अपनी चपेट में ले लेती है, और पूरी तरह 'लील' जाती है. कोराली जिरॉल्ट के लहर द्वारा निगल लिए जाने के बाद हर देखने वाले की सांस एकदम रुकने की कगार पर पहुंच जाती है, क्योंकि वीडियो शूट कर रही उसकी मित्र का भी संतुलन बिगड़ जाता है, और कैमरा हिलने लगता है, क्योंकि लहर का असर उस चट्टान तक हुआ, जिस पर खड़ी होकर वह शूटिंग कर रही है.
लेकिन कुछ ही पल के बाद जब लहर शांत होकर नीचे गिर जाती है, कोराली रस्सी पर मौजूद नज़र आने लगती है, और सांस में सांस आती है.