विज्ञापन

कंधे पर 20 फुट लंबा, 150 किलो का ज़िंदा मगरमच्छ बड़े आराम से रखकर ले जा रहा था शख्स, Video देख लोग हैरान

इस मगरमच्छ ने पिछले तीन हफ्तों से ग्रामीणों को आतंकित कर रखा है. मगरमच्छ के एक और हमले के डर से, ग्रामीणों ने वन अधिकारियों को बुलाया जो सरीसृप को भगाने में कामयाब रहे. 

कंधे पर 20 फुट लंबा, 150 किलो का ज़िंदा मगरमच्छ बड़े आराम से रखकर ले जा रहा था शख्स, Video देख लोग हैरान
कंधे पर 20 फुट लंबा, 150 किलो का ज़िंदा मगरमच्छ बड़े आराम से रखकर ले जा रहा था शख्स

उत्तर प्रदेश के एक शख्स को अपने कंधे पर 20 फुट लंबा, 150 किलो का एक विशाल जीवित मगरमच्छ ले जाते हुए देखा गया, जिसके बाद देखने वाले हैरान रह गए. सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से साझा किए गए फुटेज में दिखाया गया है कि वह शख्स, जिसे वन विभाग का अधिकारी माना जा रहा है, जो उस मगरमच्छ को ले जा रहा है, बताया जा रहा है कि इस मगरमच्छ ने पिछले तीन हफ्तों से ग्रामीणों को आतंकित कर रखा है. मगरमच्छ के एक और हमले के डर से, ग्रामीणों ने वन अधिकारियों को बुलाया जो सरीसृप को भगाने में कामयाब रहे. 

गौरतलब है कि मगरमच्छ को पहली बार करीब एक महीने पहले हमीरपुर जिले के पौथियाखुर्द गांव के एक तालाब में देखा गया था. पानी के लिए तालाब पर आने वाले ग्रामीणों को विकल्प तलाशने के लिए मजबूर होना पड़ा क्योंकि मगरमच्छ ने उस तालाब को ही अपना घर बना लिया था.

देखें Video:

बुलाए जाने के बाद, वन अधिकारियों ने ग्रामीणों के सहयोग से इसे पकड़ने और इसे कहीं और स्थानांतरित करने की योजना बनाने से पहले कई दिनों तक मगरमच्छ की गतिविधियों पर नज़र रखी. साहसी बचाव को साझा करने वाले पोस्ट के कैप्शन में लिखा है, "अपने कंधे पर मगरमच्छ ले जाने वाले एक युवक का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. एक विशाल मगरमच्छ पिछले तीन हफ्तों से गांव में आतंक मचा रहा था."

इसमें कहा गया, "तीन सप्ताह की कड़ी निगरानी के बाद, वन विभाग की टीम और विशेषज्ञों ने मगरमच्छ को पकड़ लिया." मगरमच्छ को अपने कंधों पर ले जाने से पहले, वन विभाग के अधिकारी ने सरीसृप के मुंह और अंगों को कपड़े और रस्सी से बांध दिया. मगरमच्छ का रेस्क्यू करने के बाद उसे जंगल में छोड़ दिया गया.

रिपोर्टों के अनुसार, यमुना नदी को मगरमच्छ के लिए उपयुक्त आवास के रूप में चुना गया था क्योंकि यह आसपास के समुदायों के लिए खतरा पैदा किए बिना वहां सुरक्षित रूप से रह सकता था. वन अधिकारी की बहादुरी के बावजूद, सोशल मीडिया यूजर्स ने बचाव अभियान के लिए अपनी जान जोखिम में डालने वाले उस शख्स को उचित गियर और संसाधन उपलब्ध नहीं कराने के लिए अधिकारियों पर सवाल उठाए.

ये Video भी देखें:

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे: