ये हैं 'Machaan Waale Baba', 44 साल से नहीं रखा है जमीन पर पांव, ऐसे करते हैं साधना

श्री महंत राम कृष्ण दास त्यागीजी महाराज को 'मचान वाले बाबा' (Machaan wale baba) भी कहा जाता है. मचान वाले बाबा अलग तरीके से साधना करते हैं. उनका दावा है कि उन्होंने 1975 से अब तक जमीन पर पांव नहीं रखा है.

ये हैं 'Machaan Waale Baba', 44 साल से नहीं रखा है जमीन पर पांव, ऐसे करते हैं साधना

'Machaan Waale Baba' ने 44 साल से नहीं रखा है जमीन पर पांव.

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में कुंभ मेले (Kumbh 2019) में कई ऐसी चीजें हैं, जिसकी काफी चर्चा हो रही है. देश-दुनिया से करोड़ों लोग कुंभ मेले (Kumbh Mela 2019) में आ रहे हैं. साधु-संतों से लेकर प्रयागराज की खूबसूरती देखने के लिए लोग उमड़ रहे हैं. लोगों का ध्यान एक बाबा ने खींचा हुआ है. श्री महंत राम कृष्ण दास त्यागीजी महाराज को 'मचान वाले बाबा' (Machaan wale baba) भी कहा जाता है. मचान वाले बाबा अलग तरीके से साधना करते हैं. उनका दावा है कि उन्होंने 1975 से अब तक जमीन पर पांव नहीं रखा है. वो बहुत कम ही जमीन पर पांव रखते हैं. 

Kumbh Mela 2019: कुंभ से उत्तर प्रदेश को 1 लाख 20 हजार करोड़ रुपये का राजस्व मिलने की उम्मीद

'मचान वाले बाबा' (Machaan wale baba) ज्यादातर समय जमीन के ऊपर ही रहते हैं. ANI से बात करते हुए उन्होंने कहा- 'मैं मचान के ऊपर से ही लोगों को आशीर्वाद देता हूं और उनका अभिवादन स्वीकार करता हूं.' उनका पंडाल 24 घंटे खुला रहता है और हर रोज करीब 5,000 लोग उनके दर्शन करने के लिए आते हैं.

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उनका पंडाल सभी के लिए खुला रहता है. वो तीर्थयात्रियों की चिकित्सा भी करते हैं. किसी की यदी तबियत खराब हो जाए तो वो ठीक करते हैं. उनका पंडाल इतना बड़ा है कि 5 हजार लोग ठहर सकते हैं. वो तीर्थयात्रियों को सुविधा प्रदान कर रहे हैं. 

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कुंभ मेले में कई ऐसे साधु-संत हैं जो चर्चा का विषय बने हुए हैं. कुंभ मेले में करीब 15 करोड़ लोगों के आने की संभावना है. दुनिया का यह सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन पूरी दुनिया में अपनी आध्यात्मिकता और विलक्षणता के लिए प्रसिद्ध है. 55 दिन का कुंभ मेला पिछले मंगलवार से शुरू हुआ है जो 4 मार्च तक चलेगा. कुंभ के लिए योगी सरकार ने 4,200 करोड़ रुपये आबंटित किए हैं और अब उम्मीद जताई जा रही है कि राज्य के खजाने में इससे  1,200 अरब रुपये का राजस्व आ सकता है.