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उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में छह अनाथ भाई-बहनों ने गुरुवार को जिलाधिकारी से इच्छामृत्यु की मांग की। खुद को गरीब और बेसहारा बताते हुए इन्होंने आरोप लगाया कि लेखपाल ने इनसे कृषक दुर्घटना बीमा की राशि दिलाने के लिए रिश्वत ली।
कोतवाली शहर के वैसापुर गांव का रहने वाले 20 वर्षीय नफीस ने अपने दो छोटे भाइयों और तीन बहनों के साथ गुरुवार को जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी को प्रार्थनापत्र देकर इच्छामृत्यु की मांग की।
इन छह भाई-बहनों के पिता मजीद अहमद का करीब छह साल पहले देहांत हो गया जबकि मां की करीब दो साल पहले दिल्ली में एक सड़क हादसे में मौत हो गई। इनका कहना है कि मां-पिता की मौत के बाद उनके खाने के लाले पड़ गए हैं। इनका आरोप है कि क्षेत्रीय लेखपाल ने इनसे कृषक दुर्घटना बीमा की एक लाख रुपये की राशि दिलाने के नाम पर 12 हजार रुपये घूस ले लिए।
जिलाधिकारी ने प्रार्थना पत्र लेने के बाद इन भाई-बहनों को जरूरी मदद का भरोसा दिया। जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी ने संवाददाताओं से कहा कि इस परिवार का बीपीएल राशन कार्ड बना हुआ है। सारे छोटे बच्चे स्कूल जाते हैं और उन्हें वहां मिडडे मील के तहत भोजन मिलता है।
जिलाधिकारी ने कहा कि लेखपाल द्वारा बीमा की रकम के लिए रिश्वत के आरोपों की जांच के लिए उप-जिलाधिकारी को आदेश दिया गया है। अगर लेखपाल दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई होगी।
उल्लेखनीय है कि कन्नौज मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिम्पल यादव का संसदीय क्षेत्र है।
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