लद्दाख (Ladakh) में भारत-चीन सैनिकों (India-China Faceoff) के बीच हुई हिंसक झड़प और 20 जवानों की कुर्बानी के बाद अब देशभर में चीन में बने सामान का बहिष्कार करने की अपील की जा रही है. समाचार एजेंसियों के मुताबिक लोग चीन के झंडे और चीनी सामान जला रहे हैं. साथ ही राष्ट्रपति शी जिनपिंग के पुतले भी जलाए गए. देश भर के लोगों ने चीन की आर्थिक तौर पर कमर तोड़ने की अपील की. देश के कोने-कोने पर चीनी सामानों को विरोध किया जा रहा है. इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल (Viral Video) हुआ. एक शख्स ने घर की बालकनी ने 'मेड इन चाइना' टीवी (Made In China) फेंक दिया.
सूरत में एक आवासीय सोसाइटी के निवासियों ने मिलकर चीनी उत्पादों का बहिष्कार करने का आह्वान किया। साथ ही उन्होंने पड़ोसी देश के खिलाफ रोष प्रकट करने के लिये पत्रकारों के सामने चीन में निर्मित एलसीडी टीवी भी तोड़ा. सूरत शहर के वरछा इलाके में पंचरत्न गार्डन सोसाइटी के बाहर एक नोटिस चिपका हुआ है, जिसपर लिखा है- 'आज से हम चीन में निर्मित सभी उत्पादों का बहिष्कार करते हैं.'
देखें Viral Video:
સુરતના વરાછામાં ચાઈના સામે આવો વિરોધ....
— Hasmit Kamani (@HasmitKamani) June 17, 2020
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अमहदाबाद, वडोदरा और सूरत में लोगों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए चीन का झंडा और राष्ट्रपति शी जिनपिंग की तस्वीरें जलाईं. प्रदर्शनकारियों ने मोदी सरकार से आग्रह किया कि वह सुनिश्चित करे कि गलवान घाटी में सैनिकों की कुर्बानी व्यर्थ नहीं जाएगी.
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के तहत भीड़ के जमावड़े पर रोक के बावजूद राष्ट्रीय राजधानी समेत देश के कई शहरों में चीन के विरोध में प्रदर्शन हुए.
(इनपुट-भाषा से भी...)
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