यह ख़बर 11 अप्रैल, 2013 को प्रकाशित हुई थी

भारतीय मूल के नील मोहन को गूगल ने दिया 544 करोड़ का बोनस

खास बातें

  • गूगल के एडवरटाइजिंग प्रोडक्ट्स के उपाध्यक्ष भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक नील मोहन कंपनी छोड़कर कहीं और न जाएं, इसके लिए गूगल ने उन्हें 100 मिलियन डॉलर बतौर बोनस दिया है।
नई दिल्ली:

गूगल के एडवरटाइजिंग प्रोडक्ट्स के उपाध्यक्ष भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक नील मोहन कंपनी छोड़कर कहीं और न जाएं, इसके लिए गूगल ने उन्हें 100 मिलियन डॉलर यानी करीब 544 करोड़ रुपये बतौर बोनस दिया है। 39 साल के मोहन को टि्वटर से नौकरी का ऑफर मिला था, लेकिन गूगल ने भारी भरकम बोनस देकर फिलहाल उन्हें रोक लिया है।

इससे पहले कंपनी के अध्यक्ष इरिक श्मिट अकेले ऐसे ‌व्यक्ति हैं, जिन्हें गूगल ने नील से ज्यादा 101 मिलियन डॉलर दिए थे।
 नील के दिमाग के बल पर गूगल को इस साल सात बिलियन डॉलर (करीब 38108 करोड़ रुपए) कमाने की उम्मीद है।

नील के दोस्त और उनके सहकर्मियों का कहना है कि उनमें टेक्नोलॉजी की समझ और उससे जुड़ी बिजनेस स्ट्रेटेजी की जबरदस्त पकड़ है। नील मोहन और उनकी पत्नी हेमा सरीम मोहन का सैन फ्रांसिस्को में एक आलीशान घर है, जिसकी कीमत 5.2 मिलियन डॉलर है। इसके अलावा उन्होंने गूगल कॉम्पलैक्स के पास एक माउंटेन व्यू अपार्टमेंट किराये पर भी ले रखा है।

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नील के करियर की शुरुआत ग्लोरफाइड टेक्निकल सपोर्ट से हुई। यहां उनको 60,000 डॉलर वेतन मिलता था। 2008 में नील गूगल में उस समय शामिल हुए, जब उनकी पुरानी कंपनी डबल क्लिक को गूगल ने खरीद लिया। अब उन्हें रोके रखने के लिए गूगल ने इतना भारी भरकम बोनस दिया है। 2011 में गूगल को डिस्प्ले विज्ञापनों से 5 अरब डॉलर की आय हुई थी, जबकि 2012 में यह 7 बिलियन डॉलर होने की उम्मीद है।