इंजीनियर विक्रम अय्यर ने बताया कि इस टी-शर्ट में कई रेडियो ट्रांसमीटर्स लगे हैं. तस्वीर: प्रतीकात्मक
वॉशिंगटन:
जरा सोचिए आप सड़क पर गाड़ी ड्राइव कर रहे हैं, आपको मालूम न हो कि आगे कुछ दूरी पर कोई गड्ढा या मोड़ है. अचानक आपकी टी-शर्ट आपको इस बारे में अलर्ट करता है. ये बातें आपको किसी फिल्मी कहानी की तरह लग रही होगी, लेकिन वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे भारतीय मूल के इंजीनियरों ने इसे सच कर दिखाया है. भारतीय मूल के इंजीनियरों ने एक ऐसी टी-शर्ट का आविष्कार किया है जो एफएम रेडियो की तरह काम करता है.
आप तक जरूरी सिग्नल पहुंचाएगा टी-शर्ट
इस प्रोजेक्ट से जुड़े इंजीनियर विक्रम अय्यर ने बताया कि इस टी-शर्ट में कई रेडियो ट्रांसमीटर्स लगे हैं. विक्रम ने बताया कि इस तकनीक को बैकस्कैटरिंग ऑफ रेडियो सिग्नल्स कहते हैं. ये ट्रांसमीटर्स मौजूदा रेडियो सिग्नल्स को कैच करते हैं और उनमें कुछ बदलाव करके (जैसे कोई म्यूजिक जोड़कर) उन्हें रिलीज कर देते हैं.
उन्होंने बताया कि एक इलाके में कई सारे एफएम सिग्नल्स मौजूद रहते हैं पर हम सिर्फ वही सिग्नल्स रिलीज करते हैं जो उपयोगी हैं. यानी लोगों को बड़े एफएम चैनल्स में चल रही काम की चीजें टॉप पर मिल जाती हैं. ये मिनी रेडियो स्टेशन रोजमर्रा में काम आने वाली चीजों में बनाए गए हैं. इन स्टेशन्स का कवरेज एरिया करीब 20 मीटर या कम होता है.'
आपके मोबाइल से कनेक्ट होगा यह टी-शर्ट
प्रयोग के तौर पर इंजीनियर्स ने कॉन्सर्ट का पोस्टर बस स्टॉप पर लगाया, जिसमें कॉपर टेप से बना एंटीना जुड़ा था. ये पोस्टर म्यूजिक और डेटा ब्रॉडकॉस्ट कर पा रहा था. यानी इनकी प्रोसेस तो पारंपरिक रेडियो टॉवर जैसी ही है, पर इससे ब्रॉडकास्ट होने वाला डेटा स्मार्टफोन या कार स्टीरियो द्वारा भी एक्सेस किया जा सकता है. सबसे बड़ी बात इन स्टेशन की ऊर्जा खपत बिल्कुल शून्य है. ऐसे एक स्टेशन को घड़ी में लगने वाले सेल से करीब तीन साल तक चलाया जा सकता है. सिएटल के बस स्टॉप पर लगाया गया थ्री बैंड पोस्टर जो स्मार्टफोन से अपने आप कनेक्ट हो जाता है.
वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग के प्रोफेसर श्याम गोलाकोटा ने बताया कि इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य है कि स्मार्ट सिटीज के बाहरी एन्वायर्नमेंट में हर छोटी चीज चाहे वो पोस्टर हो, स्ट्रीट साइन या फिर आपने जो शर्ट पहनी हुई है, स्मार्टफोन या कार स्टीरियो को इन्फॉर्मेशन भेजकर आपसे कम्युनिकेट कर सकें.
आप तक जरूरी सिग्नल पहुंचाएगा टी-शर्ट
इस प्रोजेक्ट से जुड़े इंजीनियर विक्रम अय्यर ने बताया कि इस टी-शर्ट में कई रेडियो ट्रांसमीटर्स लगे हैं. विक्रम ने बताया कि इस तकनीक को बैकस्कैटरिंग ऑफ रेडियो सिग्नल्स कहते हैं. ये ट्रांसमीटर्स मौजूदा रेडियो सिग्नल्स को कैच करते हैं और उनमें कुछ बदलाव करके (जैसे कोई म्यूजिक जोड़कर) उन्हें रिलीज कर देते हैं.
उन्होंने बताया कि एक इलाके में कई सारे एफएम सिग्नल्स मौजूद रहते हैं पर हम सिर्फ वही सिग्नल्स रिलीज करते हैं जो उपयोगी हैं. यानी लोगों को बड़े एफएम चैनल्स में चल रही काम की चीजें टॉप पर मिल जाती हैं. ये मिनी रेडियो स्टेशन रोजमर्रा में काम आने वाली चीजों में बनाए गए हैं. इन स्टेशन्स का कवरेज एरिया करीब 20 मीटर या कम होता है.'
आपके मोबाइल से कनेक्ट होगा यह टी-शर्ट
प्रयोग के तौर पर इंजीनियर्स ने कॉन्सर्ट का पोस्टर बस स्टॉप पर लगाया, जिसमें कॉपर टेप से बना एंटीना जुड़ा था. ये पोस्टर म्यूजिक और डेटा ब्रॉडकॉस्ट कर पा रहा था. यानी इनकी प्रोसेस तो पारंपरिक रेडियो टॉवर जैसी ही है, पर इससे ब्रॉडकास्ट होने वाला डेटा स्मार्टफोन या कार स्टीरियो द्वारा भी एक्सेस किया जा सकता है. सबसे बड़ी बात इन स्टेशन की ऊर्जा खपत बिल्कुल शून्य है. ऐसे एक स्टेशन को घड़ी में लगने वाले सेल से करीब तीन साल तक चलाया जा सकता है. सिएटल के बस स्टॉप पर लगाया गया थ्री बैंड पोस्टर जो स्मार्टफोन से अपने आप कनेक्ट हो जाता है.
वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग के प्रोफेसर श्याम गोलाकोटा ने बताया कि इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य है कि स्मार्ट सिटीज के बाहरी एन्वायर्नमेंट में हर छोटी चीज चाहे वो पोस्टर हो, स्ट्रीट साइन या फिर आपने जो शर्ट पहनी हुई है, स्मार्टफोन या कार स्टीरियो को इन्फॉर्मेशन भेजकर आपसे कम्युनिकेट कर सकें.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
रेडियो, अनोखा टी शर्ट, रेडियो टी शर्ट, भारतीय मूल का इंजीनियर, भारतीय इंजीनियर, आविष्कार, Radio, T-shirt, Radio T-shirt, Engineer Of Indian Origin, Indian Engineer, OMG News