सोशल मीडिया (Social Media) पर एक महिला डॉक्टर (Doctor Komal Yadav) की खूब तारीफ हो रही है. उन्होंने कुछ ऐसा किया, जिसको सुनकर आपके भी चेहरे पर मुस्कान आ जाएगी और उनकी तारीफ करते नहीं थकेंगे. जन्म देने के बाद जुड़वा बेटियों को मां ने ठुकरा दिया. तो उसका इलाज करने वाली अविवाहित महिला डॉक्टर कोमल यादव ने उन्हें अपना लिया. अस्पतला प्रबंधन ने उनको समझाने की कई बार कोशिश की, लेकिन एक नहीं सुनी. सभी औपचारिकताएं पूरी कर वह दोनों बेटियों को लेकर अपने गांव पहुंचीं. आईएएस ऑफिसर अवनीष शरण (IAS Officer Awanish Sharan) ने उनकी तारीफ की है.
अवनीष शरण के मुताबिक, डॉक्टर कोमल यादव वर्तमान में फर्रुखाबाद के एक निजी अस्पताल में तैनात हैं. सोशल मीडिया पर खबर आते ही डॉक्टर कोमल की खूब तारीफ हुई. ट्विटर के अलावा कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर इनकी स्टोरी को शेयर किया जा रहा है.
आईएएस ऑफिसर अवनीष शरण ने तस्वीर शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, 'जन्म देते ही जुड़वा बेटियों को मां ने ठुकरा दिया तो उसका इलाज करने वाली अविवाहित महिला डॉक्टर डॉ. कोमल यादव ने उन्हें अपना लिया. डॉ. कोमल यादव वर्तमान में फर्रुखाबाद के एक निजी अस्पताल में तैनात हैं. उनका कहना है कि वो शादी भी उसी से करेंगी जो इन दोनों बच्चियों को अपनाएगा.'
जन्म देते ही जुड़वाँ बेटियों को माँ ने ठुकरा दिया तो उसका इलाज करने वाली अविवाहित महिला डॉक्टर डॉ. कोमल यादव ने उन्हें अपना लिया.
— Awanish Sharan (@AwanishSharan) December 31, 2020
डॉ. कोमल यादव वर्तमान में फर्रुखाबाद के एक निजी अस्पताल में तैनात हैं. उनका कहना है कि वो शादी भी उसी से करेंगी जो इन दोनों बच्चियों को अपनाएगा. pic.twitter.com/WR7nvZDDp4
आईएएस ऑफिसर ने इस ट्वीट को 31 दिसंबर की शाम को शेयर किया था, जिसके अब तक 8 हजार से ज्यादा लाइक्स और 800 से ज्यादा रि-ट्वीट्स हो चुके हैं. लोगों ने ऐसे रिएक्शन्स दिए....
मां और ममता तेरे कितने रूप !!! त्याग और बलिदान के परिभाषा में शायद "त्यागने वाली" उस मां की विडम्बना विवेचना योग्य है या नहीं, पर स्वीकारने वाली करुणामयि नारी निश्चय ही प्रतिष्ठित देवी शक्ति है। नमन योग्य है।
— sonarkishore (@SonarKishore) December 31, 2020
Inhone bhut hi sahsik kadam uthaya hai.. samaj me aise log bhagvan ka roop hote hai..ham inke hausle ko salam karte hai.
— Alok (@A58283226) December 31, 2020
कुछ लोग इनके जैसे भी है तभी ये समाज चल रहा है ये बेटियां भी बहुत भाग्यशाली है।
— Anuruchi (@Anuruchi12) December 31, 2020
आईपीएस ऑफिसर दीपांशु काबरा ने लिखा, 'जन्म देने वाली माँ से परवरिश करने वाली मां का स्थान हमेशा ऊंचा होता है.! डॉ. कोमल यादव इसकी सबसे बड़ी मिसाल हैं. यकीन नहीं होता ऐसी भी मां हैं, जो जन्म देकर बेटियों को मरने के लिए छोड़ सकती हैं. शर्मनाक!! ईश्वर दोनों बेटियों को खुशहाल, स्वस्थ औऱ समृद्ध जीवन दें.'
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