चीन में 15 जंगली हाथियों ने मचाई तबाही, 7 करोड़ रुपये का किया नुकसान, फिर ऐसे थककर एक के ऊपर एक सो गए - देखें Photos

चीन (China) में जंगली हाथियों के झुंड (Herd Of Wild Elephants) ने तबाही मचाई हुई है. 500 किलोमीटर पैदल चलने के बाद उनको थककर एक के ऊपर एक सोते देखा गया. तस्वीरें सोशल मीडिया (Social Media) पर काफी वायरल (Viral Photos) हो रही हैं.

चीन में 15 जंगली हाथियों ने मचाई तबाही, 7 करोड़ रुपये का किया नुकसान, फिर ऐसे थककर एक के ऊपर एक सो गए - देखें Photos

चीन में 15 जंगली हाथियों ने मचाई तबाही, फिर ऐसे थककर एक के ऊपर एक सो गए - देखें Photos

चीन (China) में जंगली हाथियों के झुंड (Herd Of Wild Elephants) ने तबाही मचाई हुई है. 500 किलोमीटर पैदल चलने के बाद उनको थककर एक के ऊपर एक सोते देखा गया. तस्वीरें सोशल मीडिया (Social Media) पर काफी वायरल (Viral Photos) हो रही हैं. चीनी राज्य टेलीविजन ने झुंड की 24 घंटे की लाइव फीड शुरू की है क्योंकि युनान में खलिहान और फसलों को तबाह कर दिया था. वो लाइफ फीड के जरिए हाथियों पर नजर बनाए रखा हुआ है. यह हाथी अब तक 1 मिलियन डॉलर का नुकसान कर चुके हैं.

राज्य प्रसारक सीसीटीवी से सोमवार को फिल्माए गए फुटेज में दिखाया गया है कि झुंड, अपने कारनामों से थके हुए, प्रांतीय राजधानी कुनमिंग के बाहरी इलाके में एक जंगल में सो रहा है. अधिकारियों ने लोगों से घरों में ही रहने की अपील की है, जहां हाथियों का झुंड घूम रहा है. कुनमिंग शहर में हालात लॉकडाउन जैसे हो गए हैं.

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हाथियों की यात्रा देश में चर्चा का विषय बन चुकी है, सोशल मीडिया पर यूजर्स हाथियों के सफर के बारे में चर्चा कर रहे हैं. हाथियों पर अधिकारियों द्वारा कड़ी निगरानी रखी गई है क्योंकि वे हरे-भरे ग्रामीण इलाकों में घूम रहे हैं. सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 400 से अधिक लोगों को जुटाया गया है और दर्जनों ड्रोन अब उनके हर कदम पर चल रहे हैं.

घनी आबादी वाले क्षेत्रों से झुंड को दूर रखने के लिए ट्रकों की सड़क पर कतार लगा दी है, जिससे वो शहर तक न पहुंचे. इनके कुनमिंग पहुंचने से 8 मिलियन की आबादी वाले इस शहर पर खतरा मंडरा रहा है.

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स्थानीय सरकार ने ग्रामीणों को चेतावनी दी है कि वे अपने यार्ड में मकई या नमक न छोड़ें जो जानवरों को आकर्षित कर सकते हैं. जो लोग आस-पास रह रहे हैं, उनको भी हटा दिया गया है. विशेषज्ञ अनिश्चित हैं कि समूह पहले अपने मूल आवास, प्रांत में एक प्रकृति आरक्षित से दूर क्यों चले गए.