सांकेतिक तस्वीर
न्यूयॉर्क:
छोटे बच्चे नई तकनीक और प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल में खासे कुशल हैं। कई बच्चे तो अपनी उम्र के पहले साल में ही आईपैड का इस्तेमाल कर सकते हैं, जबकि अधिकतर बच्चे दूसरे साल तक इसमें निपुण हो जाते हैं। एक नए अध्ययन में यह बात सामने आई है।
लोवा विश्वविद्यालय के अध्ययनकर्ताओं ने शिशुओं के आईपैड का इस्तेमाल करते हुए हजारों यूटयूब वीडियो का विश्लेषण किया।
समाचार पत्र 'डेली मेल' के मुताबिक, इस अध्ययन में पता चला है कि आधे बच्चे उम्र के पहले पड़ाव में ही आईपैड का इस्तेमाल कर सकते हैं, जबकि 90 प्रतिशत दूसरे साल तक इसके इस्तेमाल में माहिर हो जाते हैं।
अध्ययनकर्ताओं ने स्वीकार किया है कि वह इन नतीजों को देखकर चौंक गए हैं। विश्वविद्यालय के कंप्यूटर विज्ञान के एसोसिएट प्रोफेसर जुआन पाबलो आर्केड के मुताबिक, 'दो साल की उम्र तक 90 प्रतिशत बच्चे टैबलेट का इस्तेमाल करने लगते हैं, जबकि 12 से 17 महीने के 50 प्रतिशत से अधिक बच्चों में इसके इस्तेमाल की क्षमता होती है।'
आर्केड को उम्मीद है कि इस और अन्य अध्ययनों से नए एप के विकास में मदद मिलेगी, जिससे नवजातों और बच्चों को संवाद शिक्षा में मदद मिल सके।
लोवा विश्वविद्यालय के अध्ययनकर्ताओं ने शिशुओं के आईपैड का इस्तेमाल करते हुए हजारों यूटयूब वीडियो का विश्लेषण किया।
समाचार पत्र 'डेली मेल' के मुताबिक, इस अध्ययन में पता चला है कि आधे बच्चे उम्र के पहले पड़ाव में ही आईपैड का इस्तेमाल कर सकते हैं, जबकि 90 प्रतिशत दूसरे साल तक इसके इस्तेमाल में माहिर हो जाते हैं।
अध्ययनकर्ताओं ने स्वीकार किया है कि वह इन नतीजों को देखकर चौंक गए हैं। विश्वविद्यालय के कंप्यूटर विज्ञान के एसोसिएट प्रोफेसर जुआन पाबलो आर्केड के मुताबिक, 'दो साल की उम्र तक 90 प्रतिशत बच्चे टैबलेट का इस्तेमाल करने लगते हैं, जबकि 12 से 17 महीने के 50 प्रतिशत से अधिक बच्चों में इसके इस्तेमाल की क्षमता होती है।'
आर्केड को उम्मीद है कि इस और अन्य अध्ययनों से नए एप के विकास में मदद मिलेगी, जिससे नवजातों और बच्चों को संवाद शिक्षा में मदद मिल सके।
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