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कूड़ा किस डस्टबिन में डालना है? 90% लोगों को नहीं पता इस बेसिक बात का जवाब!

घरों के कूड़े-कचरे को डस्टबिन में डाला जाता है, जिसे कूड़ादान भी कहा जाता है, लेकिन ज्यादातर लोग ये नहीं जानते हैं कि नीले और हरे रंग के डस्टबिन में कौन सा कचरा डाला जाता है?

कूड़ा किस डस्टबिन में डालना है? 90% लोगों को नहीं पता इस बेसिक बात का जवाब!
नीला या हरा डस्टबिन? जानिए कौन सा कचरा कहां फेंकना चाहिए

Difference between green and blue dustbin: हर दिन हम सब अपने घरों का कूड़ा उठाकर डस्टबिन में डाल देते हैं, लेकिन क्या कभी सोचा है कि हरे डस्टबिन और नीले डस्टबिन में फर्क क्या होता है? ज्यादातर लोग बस कचरा फेंक देते हैं, बिना ये जाने कि कौन सा कचरा किस रंग के डिब्बे में जाना चाहिए. अगर आप भी उनमें से एक हैं, तो आज आप सीखेंगे वो छोटी-सी जानकारी जो हमारे शहरों को साफ और पर्यावरण को सुरक्षित बना सकती है.

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क्यों जरूरी है कचरे को अलग करना

दरअसल, हरे और नीले डस्टबिन का इस्तेमाल कचरे को अलग-अलग करने के लिए किया जाता है, ताकि उसे सही तरीके से रीसायकल या नष्ट (dispose) किया जा सके. कचरे को अलग करने से न सिर्फ सफाई आसान होती है, बल्कि यह हमारे पर्यावरण को भी बचाता है. सही तरह से अलग किया गया कचरा दोबारा उपयोगी वस्तुओं में बदला जा सकता है और गंदगी भी नहीं फैलती.

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हरा डस्टबिन- गीले कचरे (Wet Waste) के लिए 

हरा डस्टबिन गीले या जैविक कचरे के लिए होता है. इसमें वे चीजें डाली जाती हैं जो सड़कर खाद (compost) बन सकती हैं. इसमें डालें...सब्जियों के छिलके, फलों के छिलके, फूल, पत्ते, बचा हुआ खाना या रोटी के टुकड़े. यह कचरा मिट्टी की उर्वरता बढ़ाता है और पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं पहुंचाता.

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नीला डस्टबिन- सूखे कचरे (Dry Waste) के लिए

नीला डस्टबिन सूखे या रीसायकल होने वाले कचरे के लिए होता है. इसमें डालें...प्लास्टिक की बोतलें, कागज, कांच की बोतलें, रैपर, पैकेट्स और टिन के डिब्बे. यह कचरा रीसायकल होकर नई वस्तुएं बनाने में मदद करता है. सूखा और गीला कचरा अलग होने से मशीनें भी बेहतर काम करती हैं और गंदगी व दुर्गंध नहीं फैलती.

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छोटी आदत, बड़ा बदलाव

अगर हर नागरिक बस इतना ध्यान रखे कि कौन सा कचरा कहां जाना है, तो हमारे शहरों की सफाई मिशन बहुत आसान हो जाएगा. हर बार कूड़ा फेंकते समय बस एक सेकंड रुककर सोचिए 'ये कचरा हरे डिब्बे में जाएगा या नीले में?' यही छोटा कदम देश को स्वच्छ बनाने की दिशा में बड़ा बदलाव ला सकता है.

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