
Bengaluru Auto Driver Emotional Story: बेंगलुरु की सड़कों पर रोज़ाना लाखों लोग ऑटो से सफर करते हैं, लेकिन कभी-कभी एक राइड ज़िंदगी की ऐसी कहानी सुना जाती है, जो दिल को छू जाती है. कुछ ऐसा ही हुआ HR प्रोफेशनल गायत्री गोपाकुमार के साथ, जब उनकी एक साधारण सी ऑटो राइड एक भावुक अनुभव में बदल गई. गायत्री एक दिन ऑटो से ऑफिस जा रही थीं और फोन पर किसी से वर्क कॉल कर रही थीं. उनकी बातें सुनकर ऑटो ड्राइवर ने झिझकते हुए पूछा, मैडम, क्या आप HR में हैं? क्या आप मेरी मदद कर सकती हैं? इस सवाल के पीछे एक पूरी ज़िंदगी की कहानी छुपी थी.
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IT प्रोफेशनल की वापसी की जद्दोजहद (Bengaluru viral story)
ऑटो चालक का नाम सुरेंद्र आर था, जो पहले एक सफल IT प्रोफेशनल रह चुके थे. उन्होंने कई बड़ी कंपनियों में बतौर सीनियर एसोसिएट और क्वालिटी एनालिस्ट काम किया है. टीम लीड कर चुके सुरेंद्र को उनके अच्छे काम के लिए कई बार सराहा भी गया था, लेकिन ज़िंदगी ने अचानक मोड़ लिया. एक स्ट्रोक के कारण सुरेंद्र को अपनी नौकरी छोड़नी पड़ी. घर में अकेले कमाने वाले थे, तो परिवार चलाने के लिए उन्हें मजबूरन ऑटो चलाना पड़ा.अब सुरेंद्र फिर से कॉर्पोरेट सेक्टर में लौटना चाहते हैं. उन्होंने गायत्री से कहा कि वे क्वालिटी एश्योरेंस, ऑपरेशंस सपोर्ट या बैक ऑफिस जैसी किसी भी का में काम करने को तैयार हैं, जहां उनका अनुभव काम आ सके.
सवारी निकली HR तो सुनाई दर्दभरी कहानी (IT employee auto driver)
गायत्री ने इस पूरी घटना को लिंक्डइन पर शेयर किया और लोगों से अपील की है कि वे सुरेंद्र की मदद करें. उनका पोस्ट वायरल हो गया और कई लोगों ने सुरेंद्र की हिम्मत और जज़्बे की सराहना की. एक यूजर ने लिखा, आशा है कि सुरेंद्र को जल्द ही एक अच्छी नौकरी मिल जाएगी. दूसरे ने कहा, हम पूरी कोशिश करेंगे कि वो वापस ऑफिस की कुर्सी पर बैठें. यह कहानी एक बार फिर हमें यह सिखाती है कि हर इंसान के पीछे एक कहानी होती है, बस जरूरत होती है उसे सुनने और समझने की.
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