तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में महिला के सिर से निकला जिंदा कॉकरोच निकला है.
चेन्नई:
पेट से कीड़े निकलने की बात तो आपने सुनी होगी, लेकिन अगर मैं आपसे कहूं कि किसी महिला के सिर से जिंदा कॉकरोच निकला है तो आप शायद ही यकीन करेंगे, लेकिन यह तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में सच हुआ है. इस ऑपरेशन के बाद डॉक्टर भी हैरान हैं. बताया जा रहा है कि घरों में काम कर अपना गुजारा करने वाली 42 वर्षीय सेल्वी रात में आराम कर रही थी, तभी उसे नाक के दाएं हिस्से में किसी कीड़े के घुसने का आभास हुआ. पहले तो उसने इसे नजरअंदाज कर दिया, लेकिन थोड़ी ही देर में उसके सिर में झनझनाहट होने लगी.
परेशानी बढ़ने पर सेल्वी को लगा कि सर्दी लग गई है. इसके बाद वह सुबह के इंतजार में दोबारा बिस्तर पर लेट गई. न्यू इंडियन एक्सप्रेस ने सेल्वी के हवाले से कहा है कि वह बयां नहीं कर पा रही है कि वह किस परेशानी में थी. थोड़ी ही देर में उसकी आंखों में जलन होने लगी.
इसके बाद महिला अपने दामाद के साथ घर के पास स्थित अस्पताल में पहुंची. यहां डॉक्टरों ने नाक बढ़ने की आशंका को देखते हुए उसे दूसरे अस्पताल में रेफर कर दिया. दूसरे अस्पताल के डॉक्टरों को भी महिला की परेशानी समझ में नहीं आई. जब महिला तीसरे अस्पताल में पहुंची तो वहां के डॉक्टरों ने सिर का स्कैन कराने की सलाह दी. स्कैन रिपोर्ट में मोबाइल जैसी चीज उसके सिर में होने का आभास हुआ.
आखिरकार स्टान्ली मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के ईएनटी डिपार्टमेंट के हेड डॉक्टर एमएन शंकर ने इंडोस्कोपी कराया तो उन्होंने देखा कि महिला के सिर में जिंदा कॉकरोच है. उन्होंने पाया कि कॉकरोच नाक और आंख के बीच की जगह पर इधर-उधर कर रहा है.
इसके बाद 45 मिनट की सर्जरी के बाद महिला के सिर से कॉकरोच को निकाला गया. डॉक्टर एमएन शंकर ने बताया कि अगर कॉकरोच मर जाता तो परेशानी बढ़ सकती थी, गनीमत रही कि उसे जिंदा निकाल लिया गया. उन्होंने बताया कि कॉकरोच नाक के रास्ते सिर तक पहुंच गया था.
बताया जा रहा है कि साल 1994 में वॉशिंगटन पोस्ट में एक ऐसी ही घटना की खबर छपी थी, जिसमें जॉर्ज वाशिंगटन यूनिवर्सिटी में ग्रेजुएशन की पढ़ाई करने वाले छात्र के कान से घुसकर कॉकरोच उसके स सिर तक पहुंच गया था.
परेशानी बढ़ने पर सेल्वी को लगा कि सर्दी लग गई है. इसके बाद वह सुबह के इंतजार में दोबारा बिस्तर पर लेट गई. न्यू इंडियन एक्सप्रेस ने सेल्वी के हवाले से कहा है कि वह बयां नहीं कर पा रही है कि वह किस परेशानी में थी. थोड़ी ही देर में उसकी आंखों में जलन होने लगी.
इसके बाद महिला अपने दामाद के साथ घर के पास स्थित अस्पताल में पहुंची. यहां डॉक्टरों ने नाक बढ़ने की आशंका को देखते हुए उसे दूसरे अस्पताल में रेफर कर दिया. दूसरे अस्पताल के डॉक्टरों को भी महिला की परेशानी समझ में नहीं आई. जब महिला तीसरे अस्पताल में पहुंची तो वहां के डॉक्टरों ने सिर का स्कैन कराने की सलाह दी. स्कैन रिपोर्ट में मोबाइल जैसी चीज उसके सिर में होने का आभास हुआ.
आखिरकार स्टान्ली मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के ईएनटी डिपार्टमेंट के हेड डॉक्टर एमएन शंकर ने इंडोस्कोपी कराया तो उन्होंने देखा कि महिला के सिर में जिंदा कॉकरोच है. उन्होंने पाया कि कॉकरोच नाक और आंख के बीच की जगह पर इधर-उधर कर रहा है.
इसके बाद 45 मिनट की सर्जरी के बाद महिला के सिर से कॉकरोच को निकाला गया. डॉक्टर एमएन शंकर ने बताया कि अगर कॉकरोच मर जाता तो परेशानी बढ़ सकती थी, गनीमत रही कि उसे जिंदा निकाल लिया गया. उन्होंने बताया कि कॉकरोच नाक के रास्ते सिर तक पहुंच गया था.
बताया जा रहा है कि साल 1994 में वॉशिंगटन पोस्ट में एक ऐसी ही घटना की खबर छपी थी, जिसमें जॉर्ज वाशिंगटन यूनिवर्सिटी में ग्रेजुएशन की पढ़ाई करने वाले छात्र के कान से घुसकर कॉकरोच उसके स सिर तक पहुंच गया था.
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