1- भारत-पाक के बीच शांति प्रक्रिया स्थगित
2- भारत-पाक के बीच बातचीत आगे नहीं बढ़ सकती
3- भारत-पाक के बीच एक बार फिर वार्ता रद्द
भारत-पाकिस्तान के रिश्तों से जुड़ी ऐसी हेडलाइन पता नहीं कितनी बार अखबारों की लीड बनती हैं। हर साल दोनों देशों के बीच बातचीत शुरू होती है, कुछ लोगों इस ख़बर से सब कुछ ठीक होने की उम्मीद बांध लेते हैं, तो कुछ इस मुद्दे से इतने उदासीन हो चुके हैं की छपी हुई ख़बर के ऊपर अपनी सुबह की चाय का कप रख देते हैं।
शुक्रवार को एक बार फिर मीडिया में भारत और पाकिस्तान के बीच शांति प्रक्रिया स्थगित होने की ख़बर लहरा रही है। भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने कहा है कि भारत के साथ शांति प्रक्रिया स्थगित हो चुकी है। यह फैसला पठानकोट हमले की जांच की प्रक्रिया से जुड़ा बताया जा रहा है। वजह कोई भी हो लेकिन बार बार दोनों देशों के बीच इस कट्टी-बट्टी के खेल को अब कई दफे गंभीरता से लेने का मन नहीं करता।
घिस चुके सवाल का दिलचस्प जवाब
दोनों देशों के रिश्तों को देखकर एक मासूम सा सवाल जो कुछ आशावादियों के मन में आता है, वह यह कि क्यों नहीं भारत और पाकिस्तान के बीच कभी सब कुछ ठीक हो सकता? एक वेबसाइट है Quora जिसे सवाल-जवाब वेबसाइट कहा जाता है, यहां यूज़र दुनिया से जुड़े किसी भी मसले पर सवाल पूछ सकता है और उसे जवाब भी दिए जाते हैं। हां आप उस जवाब से सहमत या असहमत हो सकते हैं।
ख़ैर, तो यह सवाल भी Quora पर पूछा गया कि भारत और पाकिस्तान के बीच क्यों कभी भी शांति स्थापित नहीं हो सकती? इस पर अवधेश सिंह नाम के एक यूज़र ने जो जवाब दिया वह काफी दिलचस्प और विचारनीय है। आप भी पढ़िए उनका जवाब -
'एक आदमी की कार एक कीचड़ से सनी सड़क के बीचोंबीच फंस गई। उसने बहुत कोशिश की लेकिन कार बाहर नहीं निकल पाई। अचानक उसने एक गांववाले को अपनी बैलगाड़ी पर आते देखा। जब बैलगाड़ी वाला पास आया तो इस आदमी ने उससे कार बाहर निकालने के लिए मदद मांगी। उन दोनों के बीच 100 रुपए में बात तय हो गई और गांववाले ने अपने बैलों की मदद से कार बाहर निकाल दी।
आदमी ने राहत की सांस ली और उसने बैलगाड़ी वाले को पैसा दे दिया। लगे हाथ उसने गांववाले से पूछा की इस कीचड़ में तो हर रोज़ पता नहीं कितनी गाड़ियां फंसती होंगी। गांववाले ने कहा - 'हां, आज सुबह से आप सातवें हैं जिसकी कार कीचड़ में फंस गई है।' कारवाले ने आश्चर्य जताते हुए पूछा की क्या तुम उन सारी गाड़ियों को बाहर निकलवाते हो। जवाब मिला - जी हुज़ूर, बाकी मैं अपना काम तो रात में ही कर पाता हूं। कार वाले ने पूछा की वह रात में क्या काम करता है। गांववाले ने कहा 'मैं यह सुनिश्चित करता हूं कि यह कीचड़ बना रहे, कभी सूखे नहीं।' भारत और पाकिस्तान - दोनों ही तरफ ऐसे कुछ लोग हैं जो चाहते हैं कि यह कीचड़ कभी न सूखे...'
जैसा की ऊपर लिखा गया है कि जरूरी नहीं की इस जवाब से सभी सहमत हो...उसी तरह जैसे भारत और पाकिस्तान के राजनेता एक दूसरे की बात से कभी सहमत नहीं होते।
2- भारत-पाक के बीच बातचीत आगे नहीं बढ़ सकती
3- भारत-पाक के बीच एक बार फिर वार्ता रद्द
भारत-पाकिस्तान के रिश्तों से जुड़ी ऐसी हेडलाइन पता नहीं कितनी बार अखबारों की लीड बनती हैं। हर साल दोनों देशों के बीच बातचीत शुरू होती है, कुछ लोगों इस ख़बर से सब कुछ ठीक होने की उम्मीद बांध लेते हैं, तो कुछ इस मुद्दे से इतने उदासीन हो चुके हैं की छपी हुई ख़बर के ऊपर अपनी सुबह की चाय का कप रख देते हैं।
शुक्रवार को एक बार फिर मीडिया में भारत और पाकिस्तान के बीच शांति प्रक्रिया स्थगित होने की ख़बर लहरा रही है। भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने कहा है कि भारत के साथ शांति प्रक्रिया स्थगित हो चुकी है। यह फैसला पठानकोट हमले की जांच की प्रक्रिया से जुड़ा बताया जा रहा है। वजह कोई भी हो लेकिन बार बार दोनों देशों के बीच इस कट्टी-बट्टी के खेल को अब कई दफे गंभीरता से लेने का मन नहीं करता।
घिस चुके सवाल का दिलचस्प जवाब
दोनों देशों के रिश्तों को देखकर एक मासूम सा सवाल जो कुछ आशावादियों के मन में आता है, वह यह कि क्यों नहीं भारत और पाकिस्तान के बीच कभी सब कुछ ठीक हो सकता? एक वेबसाइट है Quora जिसे सवाल-जवाब वेबसाइट कहा जाता है, यहां यूज़र दुनिया से जुड़े किसी भी मसले पर सवाल पूछ सकता है और उसे जवाब भी दिए जाते हैं। हां आप उस जवाब से सहमत या असहमत हो सकते हैं।
ख़ैर, तो यह सवाल भी Quora पर पूछा गया कि भारत और पाकिस्तान के बीच क्यों कभी भी शांति स्थापित नहीं हो सकती? इस पर अवधेश सिंह नाम के एक यूज़र ने जो जवाब दिया वह काफी दिलचस्प और विचारनीय है। आप भी पढ़िए उनका जवाब -
'एक आदमी की कार एक कीचड़ से सनी सड़क के बीचोंबीच फंस गई। उसने बहुत कोशिश की लेकिन कार बाहर नहीं निकल पाई। अचानक उसने एक गांववाले को अपनी बैलगाड़ी पर आते देखा। जब बैलगाड़ी वाला पास आया तो इस आदमी ने उससे कार बाहर निकालने के लिए मदद मांगी। उन दोनों के बीच 100 रुपए में बात तय हो गई और गांववाले ने अपने बैलों की मदद से कार बाहर निकाल दी।
आदमी ने राहत की सांस ली और उसने बैलगाड़ी वाले को पैसा दे दिया। लगे हाथ उसने गांववाले से पूछा की इस कीचड़ में तो हर रोज़ पता नहीं कितनी गाड़ियां फंसती होंगी। गांववाले ने कहा - 'हां, आज सुबह से आप सातवें हैं जिसकी कार कीचड़ में फंस गई है।' कारवाले ने आश्चर्य जताते हुए पूछा की क्या तुम उन सारी गाड़ियों को बाहर निकलवाते हो। जवाब मिला - जी हुज़ूर, बाकी मैं अपना काम तो रात में ही कर पाता हूं। कार वाले ने पूछा की वह रात में क्या काम करता है। गांववाले ने कहा 'मैं यह सुनिश्चित करता हूं कि यह कीचड़ बना रहे, कभी सूखे नहीं।' भारत और पाकिस्तान - दोनों ही तरफ ऐसे कुछ लोग हैं जो चाहते हैं कि यह कीचड़ कभी न सूखे...'
जैसा की ऊपर लिखा गया है कि जरूरी नहीं की इस जवाब से सभी सहमत हो...उसी तरह जैसे भारत और पाकिस्तान के राजनेता एक दूसरे की बात से कभी सहमत नहीं होते।
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