ब्यूनस आयर्स:
जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे ने 2020 ओलिंपिक खेलों की मेजबानी मिलने के बाद कहा कि तोक्यो अब दुनिया को 2011 में विनाशकारी सूनामी के बाद मिली मदद का कर्ज चुका देगा, जिसका वह कर्जदार है। जापान की राजधानी को दूसरी बार ओलिंपिक खेलों की मेजबानी मिलने के बाद अबे ने कहा कि जापान अब दुनिया का कर्ज चुका देगा।
अबे ने कहा कि उन्होंने देखा है कि खेलों ने कैसे 2011 में जापान में आये भूकंप और सूनामी के बाद तुरंत जिंदगी को बदल दिया था जिसमें 18,000 लोग मारे गये थे और इससे नाभीकीय संयंत्र को भी बहुत नुकसान पहुंचा था।
उन्होंने कहा, ‘‘खेल लोगों को बदल सकते हैं। सुनामी के बाद यही शक्ति दिखायी दी थी। हालात बहुत मुश्किल थे लेकिन काफी एथलीट (जिसमें अमेरिकी महान स्प्रिंटर कार्ल लुईस भी शामिल हैं) जापान आए और उन्होंने बच्चों तथा अन्य के साथ खेलकर उनकी उम्मीद और उत्साह बढ़ाया।’’
अबे ने कहा, ‘‘प्रस्तुतिकरण के दौरान मैंने एक लड़के बारे में बताया जिसे मैंने फुटबाल के साथ देखा जो उसे इन एथलीटों ने दी थी। वह फुटबाल सिर्फ भेंट नहीं थी। यह भविष्य के लिए थी। यही खेलों की ताकत है।’’
अबे ने कहा कि उन्होंने देखा है कि खेलों ने कैसे 2011 में जापान में आये भूकंप और सूनामी के बाद तुरंत जिंदगी को बदल दिया था जिसमें 18,000 लोग मारे गये थे और इससे नाभीकीय संयंत्र को भी बहुत नुकसान पहुंचा था।
उन्होंने कहा, ‘‘खेल लोगों को बदल सकते हैं। सुनामी के बाद यही शक्ति दिखायी दी थी। हालात बहुत मुश्किल थे लेकिन काफी एथलीट (जिसमें अमेरिकी महान स्प्रिंटर कार्ल लुईस भी शामिल हैं) जापान आए और उन्होंने बच्चों तथा अन्य के साथ खेलकर उनकी उम्मीद और उत्साह बढ़ाया।’’
अबे ने कहा, ‘‘प्रस्तुतिकरण के दौरान मैंने एक लड़के बारे में बताया जिसे मैंने फुटबाल के साथ देखा जो उसे इन एथलीटों ने दी थी। वह फुटबाल सिर्फ भेंट नहीं थी। यह भविष्य के लिए थी। यही खेलों की ताकत है।’’
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