अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था को कब खोला जाए, यह उनकी जिंदगी का सबसे बड़ा फैसला होगा. ट्रंप सरकार इस समय कोरोनावायरस संकट से निपटने में लगी है. इस ‘अदृश्य दुश्मन' ने अमेरिकी लोगों और अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका दिया है. कोविड-19 महामारी की वजह से इस समय दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था ठहर गई है. अमेरिकी की 33 करोड़ की आबादी में से 95 प्रतिशत राष्ट्रीय आपात स्थिति की वजह से ‘अपने घरों में बंद' है. ताजा आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार मौजूदा आर्थिक संकट की वजह से अमेरिका में 1.6 करोड़ लोगों का रोजगार छिन गया है. यह बेरोजगारी का नया रिकॉर्ड है. अमेरिका में इस महामारी से मरने वालों की संख्या शनिवार सुबह तक 18,700 हो गयी. देश में पांच लाख से ज्यादा लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं.
वैश्विक वित्तीय राजधानी न्यूयॉर्क शहर पर कोरोना वायरस की मार सबसे अधिक पड़ी है. न्यूयॉर्क में इस महामारी से 7,800 लोगों की जान गई है और 1.7 लाख लोग इससे संक्रमित हैं. ट्रंप ने शुक्रवार को व्हाइट हाउस के नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वह देश में कारोबारी गतिविधियों को फिर खोलने का फैसला उचित समय पर करेंगे. इससे पहले वह कोरोना वायरस पर व्हाइट हाउस के कार्यबल और अपने नजदीकी सलाहकारों से विचार-विमर्श करेंगे.
हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति ने देश की अर्थव्यवस्था को खोलने की कोई पक्की तारीख नहीं बताई. राष्ट्रपति नियमित रूप से संवाददाता सम्मेलन के जरिये इस ‘अदृश्य दुश्मन' से निपटने के लिए उनके प्रशासन द्वारा किए जाने वाले प्रयासों की जानकारी देते हैं. इससे पहले ट्रंप ने ईस्टर (12 अप्रैल) पर अर्थव्यवस्था को खोलने की मंशा जताई थी. उद्योगपति से राष्ट्रपति बने ट्रंप पर वॉल स्ट्रीट के मित्र इसके लिए दबाव बना रहे थे. ट्रंप ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘मैं इसपर फैसला करूंगा. मैं भगवान से प्रार्थना करूंगा कि यह सही फैसला हो. लेकिन निश्चित रूप से यह मेरी जिंदगी का सबसे बड़ा फैसला होगा.''
ट्रंप ने कहा, ‘‘मुझे अपनी जिंदगी का सबसे बड़ा निर्णय करना होगा. मैंने अभी इसके बारे में सोचना शुरू किया है. मैं कहना चाहता हूं कि मैंने अपने जीवन में कई बड़े फैसले किए हैं. आप इसको समझते हैं. यह मेरे जीवन का सबसे बड़ा फैसला होगा. क्योंकि मुझे कहना होगा कि चलो शुरू करते हैं. हम यही करेंगे.'' एक अन्य सवाल के जवाब में ट्रंप ने कहा कि उनके पास देश को खोलने का अधिकार है. उनसे पूछा गया था कि सभी यह देखना चाहते हैं कि आप कैसे यह निर्णय करते हैं.
ट्रंप ने कहा कि वह चाहते हैं कि उनके देश को जल्द से जल्द खोल दिया जाए. हमें अपने देश को खोलना होगा. उनसे पूछा गया कि वह किस आधार पर यह फैसला करेंगे, इस पर ट्रंप ने जवाब दिया कि इसमें वह अपने दिमाग का इस्तेमाल करेंगे. उन्होंने कहा, ‘‘यह मेरा तरीका होगा...मैं 35 लोगों की बात सुन सकता हूं, लेकिन अंत में फैसला मुझे ही करना है. कल तक मैंने इस बारे में नहीं सोचा था. आप जानते हैं कि यह बड़ा फैसला होगा. लेकिन इसके लिए मुझे सलाह की जरूरत होगी. वे लोग मुझे सलाह देंगे. उपराष्ट्रपति से भी मैं सलाह करूंगा.''
ट्रंप ने कहा कि अमेरिका में कोविड-19 से मृत्यु दर कुछ हद तक नियंत्रण में है. पहले के अनुमान कह रहे थे कि यहां 1,00,000 से 2,20,000 लोगों की जान जाएगी. उन्होंने कहा, ‘‘यकीन करना मुश्किल है. यदि 60,000 लोगों की जान जाती है तो आप कभी खुश नहीं हो सकते, लेकिन यह पहले के अनुमानों से काफी कम है.''
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं