तोशाखाना केस में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की संभावित गिरफ्तारी के पहले पुलिस ने उनके लाहौर स्थित आवास को पूरी तरह से घर लिया. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार अदालत के आदेश पर खान को गिरफ्तार करने के लिए इस्लामाबाद से एक पुलिस दल के पहुंचने के बाद खान के सैकड़ों समर्थक उनके घर के बाहर जमा हो गए.
तोशाखाना केस क्या है ?
70 वर्षीय इमरान खान के खिलाफ अपनी संपत्ति की घोषणाओं में छुपाने के लिए एक गैर-जमानती वारंट जारी किया गया है. तोशखाना (खजाना जहां विदेशी अधिकारियों से सरकारी अधिकारियों को दिए गए उपहार रखे जाते हैं) में रखे गए उपहारों को बेचने का भी उनके ऊपर आरोप है. इसे ही तोशाखाना मामला कहा जाता है.
इमरान पर उन्हें उपहार में दी गई तीन घड़ियां बेचकर 3.6 करोड़ डॉलर कमाने का आरोप है. उन्होंने कथित तौर पर नियम का उल्लंघन करते हुए कुछ उपहारों को खजाने में जमा नहीं किया. पाकिस्तान में एक प्रधानमंत्री के रूप में एक निश्चित राशि का भुगतान करने के बाद ही उपहारों को अपने पास रखने की अनुमति है.
इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने पिछले हफ्ते पीटीआई अध्यक्ष के खिलाफ जिला एवं सत्र अदालत द्वारा जारी गिरफ्तारी वारंट को 13 मार्च तक के लिए निलंबित कर दिया था.
अदालत में पेश नहीं हुए इमरान
गौरतलब है कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान तोशाखाना मामले में मंगलवार को चौथी बार इस्लामाबाद की एक अदालत में पेश नहीं हुए. वहीं, अदालत ने उनके खिलाफ जारी गिरफ्तारी वारंट को निरस्त करने से इनकार कर दिया.
पूर्व प्रधानमंत्री के वकील शेर अफजाल मारवात अदालत में पेश हुए और उन्होंने कहा कि 70 वर्षीय खान वजीराबाद हमले के बाद अस्वस्थ हैं और आने में अक्षम हैं.
इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी ने इस्लामाबाद जिला और सत्र अदालत में पेश नहीं होने के मामले में खान के खिलाफ जारी गिरफ्तारी वारंट को इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में सोमवार को चुनौती दी.
मारवात ने अदालत से मामले में सुनवाई के लिए अगले सप्ताह कोई तारीख देने का अनुरोध किया और कहा कि खान एक दो दिन में ‘पावर ऑफ अटॉर्नी' देंगे.
खान ने मंगलवार को ट्विटर पर प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सरकार की निंदा की और कहा कि उनके खिलाफ अब तक दायर कुल 76 कानूनी मामलों के पीछे यही सरकार है.
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘जब बुद्धि, नैतिकता और आचार से विहीन लोगों द्वारा अपराधियों के समूह को किसी देश पर थोप दिया जाता है, तो ऐसा ही होता है.'' पूर्व प्रधानमंत्री के वकील ने कहा कि उनके मुवक्किल के लिए अगले सप्ताह जिला अदालत में पेश होना आसान होगा.
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