माले:
मालदीव में भड़की हिंसा के बाद अदालत ने पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है। सत्ता से हटे मोहम्मद नशीद के समर्थकों ने राजधानी माले स्थित कुछ पुलिस चौकियों पर कब्जा कर लिया। ये लोग नशीद को फिर से राष्ट्रपति बनाए जाने की मांग कर रहे हैं। नशीद के सहयोगियों ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति और पार्टी के कई अन्य नेताओं की पुलिस ने पिटाई की है।
बुधवार शाम नशीद के समर्थकों ने पुलिस चौकियों और थानों पर कब्जा कर लिया, हालांकि ज्यादातर सुरक्षा प्रतिष्ठान अब तक सरकार के नियंत्रण में हैं। पुलिस के प्रवक्ता अहमद श्याम ने थानों और चौकियों पर कब्जे की पुष्टि की है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि कम से कम 10 थानों पर नशीद समर्थकों का कब्जा है।
पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने कहा है कि उन्हें बंदूक की नोक पर इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया था तथा सेना और पुलिस ने उनके खिलाफ साजिश की थी। मालदीव की राजधानी माले में आयोजित एक रैली में उन्होंने ये बातें कहीं। इस रैली का आयोजन उनकी पार्टी ने किया था और इसमें उनके दो हजार से ज्यादा समर्थक मौजूद थे।
उन्होंने घोषणा की है कि वह राष्ट्रपति पद दोबारा हासिल करने के लिए अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। नशीद ने कहा है कि उन्होंने मुख्य न्यायाधीश से मिलकर इस बात की जांच की मांग की है कि इस तख्तापलट के पीछे किसका हाथ था।
नए राष्ट्रपति मोहम्मद वहीद हसन ने देश में ‘तख्तापलट’ के आरोपों से इनकार करते हुए राष्ट्रीय एकता की सरकार का आह्वान किया, जबकि सत्ता से हटे मोहम्मद नशीद ने उन पर सत्ता हथियाने का आरोप लगाया और तत्काल इस्तीफे की मांग की। पूर्व उप राष्ट्रपति मोहम्मद वहीद हसन को मोहम्मद नशीद के इस्तीफे के बाद राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई गई थी। सरकार के खिलाफ प्रदर्शनकारियों के साथ मिलकर पुलिस के भी बगावत पर उतर आने के कारण नशीद ने मंगलवार को त्यागपत्र दे दिया था।
(इनपुट एजेंसियों से भी)
बुधवार शाम नशीद के समर्थकों ने पुलिस चौकियों और थानों पर कब्जा कर लिया, हालांकि ज्यादातर सुरक्षा प्रतिष्ठान अब तक सरकार के नियंत्रण में हैं। पुलिस के प्रवक्ता अहमद श्याम ने थानों और चौकियों पर कब्जे की पुष्टि की है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि कम से कम 10 थानों पर नशीद समर्थकों का कब्जा है।
पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने कहा है कि उन्हें बंदूक की नोक पर इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया था तथा सेना और पुलिस ने उनके खिलाफ साजिश की थी। मालदीव की राजधानी माले में आयोजित एक रैली में उन्होंने ये बातें कहीं। इस रैली का आयोजन उनकी पार्टी ने किया था और इसमें उनके दो हजार से ज्यादा समर्थक मौजूद थे।
उन्होंने घोषणा की है कि वह राष्ट्रपति पद दोबारा हासिल करने के लिए अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। नशीद ने कहा है कि उन्होंने मुख्य न्यायाधीश से मिलकर इस बात की जांच की मांग की है कि इस तख्तापलट के पीछे किसका हाथ था।
नए राष्ट्रपति मोहम्मद वहीद हसन ने देश में ‘तख्तापलट’ के आरोपों से इनकार करते हुए राष्ट्रीय एकता की सरकार का आह्वान किया, जबकि सत्ता से हटे मोहम्मद नशीद ने उन पर सत्ता हथियाने का आरोप लगाया और तत्काल इस्तीफे की मांग की। पूर्व उप राष्ट्रपति मोहम्मद वहीद हसन को मोहम्मद नशीद के इस्तीफे के बाद राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई गई थी। सरकार के खिलाफ प्रदर्शनकारियों के साथ मिलकर पुलिस के भी बगावत पर उतर आने के कारण नशीद ने मंगलवार को त्यागपत्र दे दिया था।
(इनपुट एजेंसियों से भी)
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