माउंट आगुंग ज्वालामुखी से धुआं और राख निकलने के कारण कल बाली एयरपोर्ट बंद रहा.
बाली:
इंडोनेशिया के बाली के माउंट आगुंग ज्वालामुखी से धुआं और राख निकलने के कारण कल बाली एयरपोर्ट बंद रहा. इसके कारण कई लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा. स्थानीय लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है. 300 से ज़्यादा लोगों को अलग-अलग स्थानों पर ले जाया गया है. पिछले साल भी ज्वालामुखी में गतिविधि दिखी थी जिसके बाद हज़ारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया था लेकिन इसके बाद ये शांत पड़ गया था. इससे पहले इस ज्वालामुखी में 1963 में बड़ा विस्फोट हुआ था जिसमें 1100 लोग मारे गए थे. आपको बता दें कि इंडोनेशिया में लगभग 400 से ज्यादा ज्वालामुखी हैं. जिनमें कम से कम 127 सक्रिय हैं और 65 को घातक की श्रेणी में रखा गया है.
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गौरतलब है कि इसी महीने की शुरुआत में ग्वाटेमाला में ‘वोल्कन डे फुगो’ ज्वालामुखी में भयानक विस्फोट हुआ था. इस आपदा में मरने वालों की संख्या 65 तक पहुंच गई थी. आपदा राहत एजेंसी के प्रवक्ता डेविड डी लिओन ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि पीड़ितों की तलाश के कुछ घंटों बाद मृतकों की संख्या बढ़कर कम से कम 65 हो गई. घटना में 46 लोग घायल हो गए हैं जिनमें से ज्यादातर लोगों की हालत गंभीर है. इस आपदा से 17 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए और 3,271 लोगों को सुरक्षित जगहों पर जाने को कहा गया. बता दें कि 3,763 मीटर ऊंचे ज्वालामुखी में विस्फोट हो गया था जिससे आसपास के इलाकों में राख के बादल छा गये.
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वहीं इससे पहले पिछले महीने ही दुनिया के सबसे सक्रिय ज्वालामुखी में से एक हवाई द्वीप का किलाएवा ज्वालामुखी फट गया था. यहां एक के बाद एक दो बार भूकंप के झटके आए, जिसके बाद ज्वालामुखी फटा. यहां के क़रीब 1700 लोगों को विस्थापित होना पड़ा था. ज्वालामुखी फटने के बाद इलाके में कुछ जगहों पर सड़कों में दरार आ गई . इस भूकंप तीव्रता 6.9 आकी गयी है. इस भूकंप से ज्वालामुखी में ताजा विस्फोट हुए हैं जिससे आस पास रहने वाले लोगों के लिए खतरा पैदा हो गया है.
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गौरतलब है कि इसी महीने की शुरुआत में ग्वाटेमाला में ‘वोल्कन डे फुगो’ ज्वालामुखी में भयानक विस्फोट हुआ था. इस आपदा में मरने वालों की संख्या 65 तक पहुंच गई थी. आपदा राहत एजेंसी के प्रवक्ता डेविड डी लिओन ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि पीड़ितों की तलाश के कुछ घंटों बाद मृतकों की संख्या बढ़कर कम से कम 65 हो गई. घटना में 46 लोग घायल हो गए हैं जिनमें से ज्यादातर लोगों की हालत गंभीर है. इस आपदा से 17 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए और 3,271 लोगों को सुरक्षित जगहों पर जाने को कहा गया. बता दें कि 3,763 मीटर ऊंचे ज्वालामुखी में विस्फोट हो गया था जिससे आसपास के इलाकों में राख के बादल छा गये.
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