बीजिंग:
अरूणाचल प्रदेश से वायुसेना के एक अधिकारी को वीजा देने से इंकार और इससे उपजे विवाद के बाद कम सदस्यों वाला भारतीय सैन्य प्रतिनिधिमंडल चार दिनों के परस्पर रक्षा आदान प्रदान यात्रा पर सोमवार को बीजिंग पहुंचा।
एयर वाइस मार्शल पीएस मान की अगुवाई में 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल अपने चीनी समकक्षों से मुलाकात करेगा और यहां के प्रवास के दौरान सैन्य प्रतिष्ठानों का दौरा करेगा।
सेना के तीनों अंगों के अधिकारियों का प्रतिनिधिमंडल पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के जनरल स्टाफ मुख्यालय का कल दौरा करेगा और पीएलए उपप्रमुख जनरल मा शिआतियान से मुलाकात करेंगे।
भारतीय वायुसेना के ग्रुप कप्तान उम पानगिंग को अरूणाचल प्रदेश का होने के कारण चीन द्वारा वीजा दिए जाने से इंकार के बाद प्रतिनिधिमंडल की संख्या 30 से घटरकर 15 रह गई।
चीन अरूणाचल प्रदेश पर दक्षिण तिब्बत का हिस्सा होने का दावा करता है। यह यात्रा दोनों देशों के बीच रक्षा आदान प्रदान कार्यक्रम का हिस्सा है।
एयर वाइस मार्शल पीएस मान की अगुवाई में 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल अपने चीनी समकक्षों से मुलाकात करेगा और यहां के प्रवास के दौरान सैन्य प्रतिष्ठानों का दौरा करेगा।
सेना के तीनों अंगों के अधिकारियों का प्रतिनिधिमंडल पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के जनरल स्टाफ मुख्यालय का कल दौरा करेगा और पीएलए उपप्रमुख जनरल मा शिआतियान से मुलाकात करेंगे।
भारतीय वायुसेना के ग्रुप कप्तान उम पानगिंग को अरूणाचल प्रदेश का होने के कारण चीन द्वारा वीजा दिए जाने से इंकार के बाद प्रतिनिधिमंडल की संख्या 30 से घटरकर 15 रह गई।
चीन अरूणाचल प्रदेश पर दक्षिण तिब्बत का हिस्सा होने का दावा करता है। यह यात्रा दोनों देशों के बीच रक्षा आदान प्रदान कार्यक्रम का हिस्सा है।
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