वाशिंगटन:
अमेरिकी जॉइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष, मार्टिन डेम्पसी ने ईरानी नेताओं को चेतावनी दी है कि यदि उन्होंने तेहरान को परमाणु हथियार हासिल करने से रोकने सम्बंधी अमेरिकी इच्छा शक्ति का गलत आकलन किया तो उसका खामियाजा उन्हें भुगतना होगा।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, अमेरिकन फोर्सेस प्रेस सर्विस के साथ एक बातचीत में डेम्पसी ने कहा कि यद्यपि ईरान का अपना घरेलू तर्क है, लेकिन उसका अर्थ यह नहीं कि ईरानी नेता तर्कसंगत होंगे।
डेम्पसी, कांग्रेस में हाल की एक सुनवाई के दौरान दिए गए अपने बयान की आलोचना पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। कांग्रेस में सुनवाई के दौरान उन्होंने कहा था कि ईरानी प्रशासन तर्कसंगत है।
डेम्पसी ने कहा, "मेरे लिए तर्कसंगत का अर्थ यह है कि वहां काम करने का एक स्पष्ट तरीका है, जिसका यह प्रशासन इस्लामिक क्रांति के समय से ही अनुसरण कर रहा है। तरीका यह है कि प्रशासन, सत्ता में बने रहने और इस व्यवस्था को संरक्षण देने का अपना इरादा जाहिर करता है।"
डेम्पसी ने कहा, "उस आधार पर वहां कुछ चीजें ऐसी हैं, जिसके बारे में हम जानते हैं कि वे उस पर प्रतिक्रिया करेंगे। यह एक तर्कसंगत बात है।"
डेम्पसी ने इस मामले में उदाहरण के तौर पर दिवंगत इराकी राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन का जिक्र किया, जिसे 2003 में अमेरिकी हमले के तहत अपदस्थ कर दिया गया था।
डेम्सी ने कहा कि सद्दाम भी एक तर्कसंगत व्यक्ति था, जिसने अपने तर्क के आधार पर काम किया और अमेरिकी इच्छाशक्ति का सरासर गलत आकलन किया। और उसका खामियाजा उसे भुगतना पड़ा।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, अमेरिकन फोर्सेस प्रेस सर्विस के साथ एक बातचीत में डेम्पसी ने कहा कि यद्यपि ईरान का अपना घरेलू तर्क है, लेकिन उसका अर्थ यह नहीं कि ईरानी नेता तर्कसंगत होंगे।
डेम्पसी, कांग्रेस में हाल की एक सुनवाई के दौरान दिए गए अपने बयान की आलोचना पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। कांग्रेस में सुनवाई के दौरान उन्होंने कहा था कि ईरानी प्रशासन तर्कसंगत है।
डेम्पसी ने कहा, "मेरे लिए तर्कसंगत का अर्थ यह है कि वहां काम करने का एक स्पष्ट तरीका है, जिसका यह प्रशासन इस्लामिक क्रांति के समय से ही अनुसरण कर रहा है। तरीका यह है कि प्रशासन, सत्ता में बने रहने और इस व्यवस्था को संरक्षण देने का अपना इरादा जाहिर करता है।"
डेम्पसी ने कहा, "उस आधार पर वहां कुछ चीजें ऐसी हैं, जिसके बारे में हम जानते हैं कि वे उस पर प्रतिक्रिया करेंगे। यह एक तर्कसंगत बात है।"
डेम्पसी ने इस मामले में उदाहरण के तौर पर दिवंगत इराकी राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन का जिक्र किया, जिसे 2003 में अमेरिकी हमले के तहत अपदस्थ कर दिया गया था।
डेम्सी ने कहा कि सद्दाम भी एक तर्कसंगत व्यक्ति था, जिसने अपने तर्क के आधार पर काम किया और अमेरिकी इच्छाशक्ति का सरासर गलत आकलन किया। और उसका खामियाजा उसे भुगतना पड़ा।
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