अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र एक ताजा रिपोर्ट में सीरिया पर लगे इन आरोपों से हैरान हैं कि देश में अशांति के शुरुआती दौर में यहां लगभग 11,000 कैदियों को न सिर्फ बेइंतहा प्रताड़ित किया गया था, बल्कि मौत के घाट उतार दिया गया था। यह जानकारी बीबीसी ने मंगलवार को दी है।
अमेरिका ने कहा है कि रिपोर्ट में यह बात स्पष्ट होती है कि सीरिया में राष्ट्रपति बशर अल-असद का शासन वास्तव में खत्म किए जाने की जरूरत है।
इधर, सीरिया ने कहा कि रिपोर्ट विश्वसनीय नहीं है, क्योंकि यह कतर द्वारा तैयार कराई गई है, जो विद्रोहियों की सहायता करता है।
रिपोर्ट इस नाजुक समय में पेश की गई है, जब स्विजरलैंड में जेनेवा-2 शांति वार्ता सम्मेलन बुधवार को शुरू हो गया। रिपोर्ट का आधार एक सैन्य पुलिस फोटोग्राफर द्वारा उपलब्ध कराए गए सबूत हैं, जिसने अपने साथियों के साथ मिलकर 11,000 कैदियों की 55,000 डिजिटल तस्वीरों का हेर फेर किया है।
सीरिया के सूचना मंत्रालय के प्रवक्ता बसाम अबु अब्दुल्ला ने रिपोर्ट के सबूतों पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह बात साफ नहीं है कि ये सब जानकारियां और सूचनाएं कहां से मिली हैं और तस्वीरें भी पता नहीं सीरिया की हैं या कहीं बाहर की हैं।
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