"इंतजार नहीं करना चाहिए..." : अमेरिकी सीनेटरों की बाइडेन से US-चीन यात्रा पर प्रतिबंध लगाने की मांग

सीनेटरों ने कहा, जब तक चीन नई बीमारी के खतरों के बारे में ज्यादा जानकारी हासिल न कर ले, तब तक हमें तुरंत अमेरिका-चीन के बीच यात्रा को प्रतिबंधित (US- China Travel Ban) करना चाहिए, जिससे हमारे देश को मौतों और लॉकडाउन से बचाया जा सके."

नई दिल्ली:

चीन में इन दिनों फैल रहे रहस्यमयी निमोनिया के खौफ के बीच अमेरिकी सीनेटरों ने राष्ट्रपति जो बाइडेन से US-चीन के बीच यात्रा पर प्रतिबंध (US-China Travel Ban Demand) लगाने की मांग की है. रिपब्लिकन सीनेटरों के एक समूह ने मार्को रुबियो के नेतृत्व में राष्ट्रपति जो बाइडेन को पत्र लिखा. जिसमें उन्होंने लिखा कि जब तक एशियाई देश में तेजी से फैल रही सांस की बीमारी (China Pneumonia) के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं मिल जाती, तब तक अमेरिका और चीन के बीच यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया जाए. 

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US-चीन के बीच यात्रा पर प्रतिबंध लगाने की मांग

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने अपील की है कि चीन हाल ही में बच्चों में सांस संबंधी बीमारियों और निमोनिया में हुई वृद्धि के संबंध में व्यापक जानकारी प्रस्तुत करे. वहीं अमेरिका ने भी इस पर चिंता जाहिर की है. सीनेटर रुबियो, जेडी वेंस, रिक स्कॉट, टॉमी ट्यूबरविले, और माइक ब्रौन ने चिट्ठी में लिखा," प्रिय राष्ट्रपति महोदय, पूरे पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना (पीआरसी) में फैल रही एक अज्ञात सांस संबंधी बीमारी के मद्देनजर, हम आपसे अमेरिका और चीन के बीच यात्रा को तुरंत प्रतिबंधित करने का आह्वान करते हैं. चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) का सार्वजनिक स्वास्थ्य संकटों के बारे में झूठ बोलने का एक लंबा इतिहास है." पत्र में कहा गया है, "कोविड-19 महामारी के दौरान, सीसीपी की सच्चाई को छुपाने और पारदर्शिता की कमी की वजह से  अमेरिका को बीमारी के बारे में पता ही नहीं चल सका था."

हमें इंतजार नहीं करना चाहिए-US सीनेटर्स

पूरे कोविड महामारी के दौरान, WHO ने महामारी से निपटने में चीनी अधिकारियों द्वारा दिखाए गए खुलेपन और सहयोग की कमी के बारे में बार-बार चिंता जाहिर की. सीनेटरों ने कहा, "सीसीपी के प्रति ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए हमें डब्ल्यूएचओ की कार्रवाई का इंतजार नहीं करना चाहिए, हमें अमेरिकियों के स्वास्थ्य और हमारी अर्थव्यवस्था की रक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए. इसका मतलब है कि जब तक चीन इस नई बीमारी के खतरों के बारे में ज्यादा जानकारी हासिल न कर ले, तब तक हमें तुरंत अमेरिका-चीन के बीच यात्रा को प्रतिबंधित करना चाहिए, इससे हमारे देश को मौतों और लॉकडाउन से बचाया जा सकता है.

पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसले का बचाव 

सीनेटरों ने COVID-19 महामारी के शुरुआती दिनों में चीन से अमेरिका की यात्रा को प्रतिबंधित करने के पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसले का बचाव किया. पत्र में दावा किया गया कि 31 जनवरी 2020 को लागू किए गए यात्रा प्रतिबंध की कई लोगों ने आलोचना की, उस दौरपान ट्रम्प पर "ज़ेनोफोबिया" और "भेदभाव" का आरोप लगाया गया.  हालांकि, अमेरिकी सीनेटरों ने तर्क देते हुए कहा कि यात्रा पर प्रतिबंध का फैसला सही था. चिट्ठी में लिखा है, "इतिहास और सामान्य ज्ञान से पता चलता है कि ट्रंप का फैसला सही था. 

चीन में दुनियाभर से दोस्तों का स्वागत-विदेश मंत्री

"चीन में सांस संबंधी बीमारियों में हालिया बढ़ोतरी को लेकर चिंता जताते हुए, विदेश मंत्री वांग यी ने जोर देते हुए न्यूज एजेंसी एएफपी के हवाले से कहा ," यह एक वैश्विक मुद्दा है और चीनी अधिकारी  प्रभावी ढंग से स्थिति को मैनेज कर रहे हैं. हाल ही में हमने चीन के कुछ हिस्सों में बच्चों में फ्लू के कुछ मामले देखे हैं. वास्तव में, यह कई देशों में एक बहुत ही सामान्य घटना है, और चीन में इसे प्रभावी नियंत्रण में रखा गया है. अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ चीन की बातचीत किसी भी वजह से प्रभावित नहीं होगी, हम दुनिया भर से दोस्तों की और अधिक यात्राओं का स्वागत करते हैं."
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Health | शुक्रवार दिसम्बर 1, 2023 01:10 PM IST