
जीका वायरस फैलाने वाला मच्छर अब करीब 30 अमेरिकी राज्यों में मौजूद है
वाशिंगटन:
अमेरिका ने कहा है कि जीका वायरस को जितना सोचा गया था उससे कहीं ज्यादा डरावना है, क्योंकि इसे फैलाने वाला मच्छर अब करीब 30 अमेरिकी राज्यों में मौजूद है।
अमेरिका के एक शीर्ष स्वास्थ्य अधिकारी ने यह जानकारी देने के साथ ही इस वायरस से मुकाबले के लिए तैयारियों का स्तर बढ़ाए जाने का आह्वान किया है। सेंटर ऑफ डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन की मुख्य उप निदेशक डॉ. ऐनी शुचेट ने व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा, 'इस वायरस के बारे में हम जितना भी देखते हैं यह हमारी शुरुआती सोच के मुकाबले अधिक डरावना दिखता है। हालांकि हम पूरी उम्मीद रखते हैं कि अमेरिका में इसका स्थानीय स्तर पर संचरण नहीं हो, लेकिन हमारे राज्यों को तैयार रहने की जरूरत है।'
लातिन अमेरिका से लौटें यात्री करें रैपेलेंट का इस्तेमाल
ऐनी ने कहा, 'हम वास्तव में चाहते हैं कि यात्री जब कैरेबियाई या लातिन अमेरिका से वापस लौटें तो कुछ हफ्ते के लिए रैपेलेंट का इस्तेमाल करें।' ऐनी ने कहा, 'मैं आपको मामलों की संख्या नहीं बता सकती, लेकिन मैं कह सकती हूं कि हम यह मानकर नहीं चल सकते कि हमें बड़ी समस्या नहीं होगी। हमें पता है कि अन्य वायरसों से हमें उम्मीदों के उलट बड़ी समस्याएं हुई हैं और इसलिए हम इसे बेहद गंभीरता से ले रहे हैं।'
नेशनल हेल्थ इंस्टीट्यूट की डॉ. एंथनी फौसी ने कहा कि ताजा शोध यह दिखाते हैं कि यह वायरस गर्भावस्था में काफी बड़ी पेचिदगियों से जुड़ा है। न केवल माइक्रोसिफेली, बल्कि यह समय से पहले जन्म, आंखों की समस्या और कुछ अन्य स्थितियों से भी जुड़ा है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
अमेरिका के एक शीर्ष स्वास्थ्य अधिकारी ने यह जानकारी देने के साथ ही इस वायरस से मुकाबले के लिए तैयारियों का स्तर बढ़ाए जाने का आह्वान किया है। सेंटर ऑफ डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन की मुख्य उप निदेशक डॉ. ऐनी शुचेट ने व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा, 'इस वायरस के बारे में हम जितना भी देखते हैं यह हमारी शुरुआती सोच के मुकाबले अधिक डरावना दिखता है। हालांकि हम पूरी उम्मीद रखते हैं कि अमेरिका में इसका स्थानीय स्तर पर संचरण नहीं हो, लेकिन हमारे राज्यों को तैयार रहने की जरूरत है।'
लातिन अमेरिका से लौटें यात्री करें रैपेलेंट का इस्तेमाल
ऐनी ने कहा, 'हम वास्तव में चाहते हैं कि यात्री जब कैरेबियाई या लातिन अमेरिका से वापस लौटें तो कुछ हफ्ते के लिए रैपेलेंट का इस्तेमाल करें।' ऐनी ने कहा, 'मैं आपको मामलों की संख्या नहीं बता सकती, लेकिन मैं कह सकती हूं कि हम यह मानकर नहीं चल सकते कि हमें बड़ी समस्या नहीं होगी। हमें पता है कि अन्य वायरसों से हमें उम्मीदों के उलट बड़ी समस्याएं हुई हैं और इसलिए हम इसे बेहद गंभीरता से ले रहे हैं।'
नेशनल हेल्थ इंस्टीट्यूट की डॉ. एंथनी फौसी ने कहा कि ताजा शोध यह दिखाते हैं कि यह वायरस गर्भावस्था में काफी बड़ी पेचिदगियों से जुड़ा है। न केवल माइक्रोसिफेली, बल्कि यह समय से पहले जन्म, आंखों की समस्या और कुछ अन्य स्थितियों से भी जुड़ा है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
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