नई दिल्ली:
अमेरिका में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच कर्ज़ सीमा बढ़ाने को लेकर समझौता होने के बाद दुनियाभर के शेयर बाज़ारों ने राहत की सांस ली है। एशियाई बाज़ारों में सोमवार को तेज़ी दिख रही है। अमेरिका के कर्ज़ संकट पर भारतीय निवेशकों की भी नज़रें गड़ी हुई थीं। निवेशकों को चिंता थी कि अगर अमेरिका समय पर कर्ज़ चुकता नहीं कर पाया तो दुनिया में फिर से मंदी आ सकती है। इससे दुनियाभर के शेयर बाज़ारों में गिरावट की आशंका जताई जा रही थी। मंदी की सूरत में शेयरों और बॉन्ड्स से लकर सोने पर हुआ विदेशी निवेश निकलने का डर था। जुलाई में विदेशी संस्थागत निवेशकों ने करीब करीब 8 हज़ार करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी की जिससे इस साल विदेशी निवेस 10,700 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।