Coronavirus: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने डोनाल्ड ट्रम्प के कोरोनो वायरस महामारी से निपटने के तरीके को लेकर उन पर तीखा हमला किया है. उन्होंने इसे "पूरी तरह अराजक आपदा" कहा है. ओबामा का उनके एडमिनिस्ट्रेशन के पूर्व सदस्यों के साथ हुआ वेब कॉल शुक्रवार की रात में लीक हो गया. इसमें उन्होंने ट्रम्प के जस्टिस डिपार्टमेंट के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइकल फ्लिन को उनके खिलाफ लगे आरोपों से मुक्त करने के फैसले को लेकर कहा कि यह अमेरिकी कानून के लिए खतरनाक है. फ्लिन को रूस द्वारा की गई जांच में एफबीआई से झूठ बोलने का दोषी ठहराया गया था.
याहू न्यूज द्वारा सबसे पहले प्राप्त ऑडियो में ओबामा ने पूर्व कर्मचारियों से आग्रह किया कि वे नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में ट्रम्प के मुकाबले जो बिडेन को तैयार करने के लिए उनको अपना समर्थन दें.
अमेरिका दुनिया का कोरोना वायरस से सबसे अधिक संक्रमित देश बन चुका है. यहां लगभग 13 लाख लोग संक्रमित हैं और 77000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.
सदी के सबसे अधिक संकट के दौर का सामना करने में ट्रम्प के नेतृत्व और उनकी भूमिका को लेकर उनकी आलोचना की जा रही है. कहा जा रहा है कि उन्होंने राज्यों को महामारी से जूझने के लिए छोड़ दिया और यहां तक कि खुले बाजार और विदेश से महत्वपूर्ण चिकित्सा उपकरण प्राप्त करने के लिए एक- दूसरे के खिलाफ ही बोली लगाई.
आलोचकों का कहना है कि ट्रम्प ने पहले दौर में ही फरवरी में जब वायरस का खतरा पैदा हुआ, तब कीमती समय बरबाद कर दिया, जबकि अमेरिका में महामारी फैल गई थी. उनके प्रशासन ने जांच किट और अन्य मेडिकल गियर का स्टॉक करने या सामंजस्यपूर्ण राष्ट्रीय रणनीति विकसित करने के लिए बहुत कम काम किया.
ओबामा ने अपने पूर्व कर्मचारियों से कहा कि "हम जिस चीजों के खिलाफ लड़ रहे हैं वह है स्वार्थी होना, पिछड़ा होना, विभाजित होना और दूसरों को दुश्मन के रूप में देखना - यह अमेरिकी जीवन का एक गहरा आवेग बन गया है."
ओबामा ने कहा कि "यह इस कारण है क्योंकि इस वैश्विक संकट पर दी गई प्रतिक्रिया काफी अनैतिक और दागदार है." उन्होंने कहा कि "यह सबसे अच्छी सरकारों के साथ भी बुरा होता. यह एक पूरी तरह अराजक आपदा रही है.''
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