वाशिंगटन:
अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने बुधवार को कहा कि अफगानिस्तान में समस्या का हल निकालने में पाकिस्तान को शामिल करना होगा अथवा वह समस्या का हिस्सा बनता रहेगा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान जिन मुद्दों के लिए जिम्मेदार है उन्हें लेकर अमेरिका उस पर दबाव बना रहा है। 'सेंटर फार अमेरिकन प्रोग्रेस' में आयोजित 'अमेरिकन ग्लोबल लीडरशिप' पर व्याख्यान देने के बाद हिलेरी ने कहा, "यह सब लोग जानते हैं कि उनकी सीमा के पार जो कुछ चल रहा है उसके नतीजे में पाकिस्तान की बड़ी भूमिका है और वे इस तरह अथवा उस तरह से संलिप्त होने जा रहे हैं।" 'अफगानिस्तान और पाकिस्तान के सम्बंध को अत्यंत जटिल' बताते हुए हिलेरी ने कहा, "हमने जो कुछ किया है उसका यह हिस्सा है कि पाकिस्तान से जो हमारी उम्मीदें हैं हम उस पर दबाव बनाना जारी रखें और वे मुद्दे जिन्हें पाकिस्तान पर छोड़ा गया है उसके लिए उसे जिम्मेदार ठहराएं।" उन्होंने कहा, "मेरा दृढ़ विश्वास है कि यह ऐसा नहीं है कि जिससे हम दूरी बना लें और उम्मीद करें कि कुछ अच्छा हो जाएगा क्योंकि मुझे नहीं लगता कि ऐसा हो सकेगा।" हिलेरी ने कहा, "इसलिए हम पाकिस्तान के साथ सहयोग बढ़ाने के लिए रास्ते निकालने और अफगानिस्तान में एक विधि सम्मत शांति और सुलह प्रक्रिया को प्रोत्साहित करने में व्यस्त हैं।" विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता विक्टोरिया नूलैंड ने बाद में पत्रकारों से कहा कि क्लिंटन का यह बयान किसी नीतिगत बदलाव को नहीं दर्शाता कि हक्कानी नेटवर्क के साथ सुलह के लिए बातचीत की सम्भावना से इंकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा, "मेरा मानना है कि हम बहुत स्थिर रहे हैं। आतंक से लड़ने और आतंक फैलाने में हक्कानी नेटवर्क के प्रयासों को असफल करने के लिए हम पाकिस्तान के साथ बातचीत जारी रखे हुए हैं। आतंकवाद का यह अभिशाप चाहे पाकिस्तान, अफगानिस्तान में हो अथवा क्षेत्र में कहीं और।" सुलह प्रक्रिया के सम्बंध में उन्होंने कहा, "ऐसा अफगानिस्तान के नेतृत्व वाली प्रक्रिया के तहत होना चाहिए।"
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